डीसी ने चास बीडीओ से मांगा स्पष्टीकरण
बोकारो: चास प्रखंड में 13 वें वित्त आयोग की राशि से स्वीकृत 53 योजनाओं में प्रशासनिक स्वीकृति देने में गड़बड़ी करने के मामले में डीसी उमाशंकर सिंह ने चास बीडीओ विजेंद्र कुमार से दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है. डीसी ने स्वीकृत योजनाओं में गड़बड़ी के कारण उसे निरस्त करते हुए पुन: कार्रवाई करने का […]
बोकारो: चास प्रखंड में 13 वें वित्त आयोग की राशि से स्वीकृत 53 योजनाओं में प्रशासनिक स्वीकृति देने में गड़बड़ी करने के मामले में डीसी उमाशंकर सिंह ने चास बीडीओ विजेंद्र कुमार से दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है. डीसी ने स्वीकृत योजनाओं में गड़बड़ी के कारण उसे निरस्त करते हुए पुन: कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. प्रभात खबर ने इस मामले में 15 अक्तूबर को एसडीओ की रिपोर्ट व कार्रवाई नहीं होने के संदर्भ में 22 जनवरी को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी.
पंपस ने दिया था धरना : चास प्रखंड के पंचायत समिति सदस्यों ने इस मामले में बीते 26 सितंबर से लगातार तीन दिनों तक प्रखंड कार्यालय में धरना व ताला बंदी की थी. जिप अध्यक्ष मिहिर सिंह चौधरी की पहल पर जांच करने का निर्देश दिया गया.
अक्तूबर माह में आयी थी जांच रिपोर्ट : एसडीओ श्याम नारायण राम ने अक्तूबर माह में डीसी के निर्देशानुसार पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी. जांच में पंचायत समित सदस्यों के द्वारा लगाये गये सारे आरोप सही पाया गया था.
क्या था मामला
13 वें वित्त आयोग की राशि से चास प्रखंड क्षेत्र में सिर्फ 35 पंचायतों में योजनाओं का चयन किया गया. जबकि चास प्रखंड क्षेत्र में 56 पंचायत है. 21 पंचायतों को योजना से वंचित रखा गया. साथ ही प्रखंड क्षेत्र के कुछ पंचायतों में 10 से 20 लाख की लागत से एक दर्जन अधिक योजनाओं को मंजूरी दी गयी थी.वहीं नियम के विपरीत चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी को 26 योजनाओं के लिए अभिकर्ता बना दिया गया था. वहीं 27 योजनाओं का अभिकर्ता एक कनीय अभियंता को बनाया गया है. प्रखंड पंचायत समिति की बैठक में 57 डिजिटल कैमरा खरीदने का प्रस्ताव पारित किया गया था. जबकि प्रखंड प्रशासन की ओर से सिर्फ 17 ही कैमरा खरीदा गया. कैमरा की खरीदारी में क्रय समिति को दर किनार किया गया था.