रोहनियाटांड़ में विशेषज्ञों के दल ने की जांच

बोकारो: चंदनकियारी इलाके के विभिन्न गांवों में गैस रिसाव के मामले की जांच के लिए शनिवार को विशेषज्ञों का दल बोकारो पहुंचा. दल के सदस्यों ने शनिवार को रोहनियाटांड़ में गैस रिसाव के कारणों की जानकारी ली. टीम के सदस्यों ने गैस रिसाव वाले प्वाइंट की भी जांच की तथा इलेक्ट्रोस्टील के कोल ब्लॉक का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2015 9:20 AM
बोकारो: चंदनकियारी इलाके के विभिन्न गांवों में गैस रिसाव के मामले की जांच के लिए शनिवार को विशेषज्ञों का दल बोकारो पहुंचा. दल के सदस्यों ने शनिवार को रोहनियाटांड़ में गैस रिसाव के कारणों की जानकारी ली. टीम के सदस्यों ने गैस रिसाव वाले प्वाइंट की भी जांच की तथा इलेक्ट्रोस्टील के कोल ब्लॉक का दौरा किया. जांच के दौरान स्थानीय विधायक अमर बाउरी, डीडीसी अरविंद कुमार, चास एसडीओ एसएन राम, चंदनकियारी के सीओ वंदना सेजवलकर आदि मौजूद थे. विशेषज्ञों का दल जांच के बाद गैस रिसाव पर अपनी र्पिोट देगा.
ओएनजीसी व इलेक्ट्रोस्टील से मांगी जानकारी : विशेषज्ञों के दल ने ओएनजीसी से गैस के दोहन के मापदंडों व गहराई के संबंध में जानकारी मांगी है. वहीं इलेक्ट्रोस्टील से कोल उत्खनन व गहराई के संबंध में जानकारी मांगी गयी है. दोनों कंपनियों की ओर से जानकारी मिलने के बाद ही टीम अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
पहली बार आयी विशेषज्ञों की टीम : चंदनकियारी में गैस रिसाव लगभग दो वर्ष से अधिक समय से जारी है, लेकिन इस बार कोई ठोस पहल हुई है. मालूम हो कि जिला प्रशासन ने मामले की जांच कर प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्य सचिव व आपदा प्रबंधन सचिव को भेजी थी. इसके बाद सरकार हरकत में आयी. व हजारीबाग के आयुक्त एसएस मीणा के नेतृत्व में विशेषज्ञों को गैस रिसाव के मामले की जांच कराने का निर्देश दिया.
जांच के बाद भी रह गये कई सवाल :
– विशेषज्ञों के पास ऐसा कोई यंत्र नहीं था, जो यह स्पष्ट कर सके कि गैस रिसाव गहराई से हो रहा है या फिर स्थानीय परिस्थितियों के कारण सतही रिसाव है.
– निकल रही गैस कौन सी है, यह अब भी अपुष्ट है. शनिवार को भी जांच करने पहुंची टीम सिर्फ यह अनुमान लगा रही थी कि पास में कोल बेड है, व गैस ज्वलनशील है, इसलिए संभवत: निकलने वाला गैस मिथेन है.
– गैस रिसाव के संबंध में जांच करने पहुंचे विशेषज्ञों के दल के सभी सदस्य अपनी-अपनी राय दे रहे थे, इसलिए कोई एकीकृत सुझाव आये बिना कोई निष्कर्ष निकाल पाना मुश्किल है.

Next Article

Exit mobile version