अविभाजित बिहार में हुआ गलत सर्वे सेटलमेंट

पिंड्राजोरा : सर्वे सेटलमेंट को रद्द करने को लेकर शुक्रवार को पिंड्राजोरा हटिया मैदान में किसान सभा हुई. मुख्य अतिथि पूर्व विधायक व चास-बोकारो विकास समिति के संरक्षक समरेश सिंह ने कहा : अविभाजित बिहार के समय हुआ सर्वे सेटलमेंट बिल्कुल गलत है. जब तक यह रद्द नहीं किया जायेगा, तब तक यहां कि वास्तविक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 11:35 AM
पिंड्राजोरा : सर्वे सेटलमेंट को रद्द करने को लेकर शुक्रवार को पिंड्राजोरा हटिया मैदान में किसान सभा हुई. मुख्य अतिथि पूर्व विधायक व चास-बोकारो विकास समिति के संरक्षक समरेश सिंह ने कहा : अविभाजित बिहार के समय हुआ सर्वे सेटलमेंट बिल्कुल गलत है. जब तक यह रद्द नहीं किया जायेगा, तब तक यहां कि वास्तविक किसानों को अधिकार नहीं मिलेगा.
1932 का सर्वे सेटलमेंट बहुत ही सही था. उस समय मेड़ को मेड़, पेड़ को पेड़ व धार्मिक स्थल जैसे जाहिरा थान, काली स्थान हर चीज को काफी बारीकी से दर्शाया गया था. 1984 में हुए सर्वे सेटलमेंट में अप्रशिक्षित अमीन ने मापी की थी. इस कारण आज भाई से भाई लड़ने को आतुर हैं. ऐसे सर्वे सेटलमेंट का रद्द होना बहुत ही जरूरी है. विशिष्ट अतिथि चंदनकियारी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा : सीएनटी एक्ट के तहत सर्वे सेटलमेंट होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसका काफी विरोध भी हुआ. बोकारो जिला में कुछ दिन तक परचा (खतियान) बटना भी बंद रहा, लेकिन कुछ जमीन दलालों व बिल्डरों के माध्यम से आनन-फानन में परचा बांटना शुरू किया गया. आंदोलन के बगैर सर्वे सेटलमेंट रद्द होना मुमकिन नहीं है.
सभा का संचालन राजदेव माहथा ने व अध्यक्षता मुखिया गोराचांद महतो ने की. मौके पर मनोहर दुबे, परीक्षित माहथा, विश्वनाथ महतो, योगेश्वर महतो, मंसूर अंसारी, सत्यनारायण सिंह, नंदलाल महतो, पुरन चंद्र महतो, सुनीला देवी, गयाराम सिंह चौधरी, अश्विनी झा, आनंद झा, संजय सिंह, अनुकूल झा, धीरेन्द्र तिवारी, आशुतोष महतो, आताउद्दिन अंसारी आदि ने संबोधित किया. किसान सभा के आस-पास के सैकड़ों किसान मौजूद थे.

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