डाक सिर्फ विभाग नहीं, संस्कृति है : बिरंची
बोकारो: डाक सिर्फ विभाग नहीं, बल्कि एक संस्कृति है. जब देश में शिक्षा का अभाव था तो गांव-घर में डाकिया का स्वागत किया जाता था. जमाना कितना भी आगे क्यों न बढ़ जाये, लेकिन पोस्ट का मान कभी कम नहीं होगा. यह बातें बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने सेक्टर-2 स्थित प्रधान डाकघर में रविवार को […]
बोकारो: डाक सिर्फ विभाग नहीं, बल्कि एक संस्कृति है. जब देश में शिक्षा का अभाव था तो गांव-घर में डाकिया का स्वागत किया जाता था. जमाना कितना भी आगे क्यों न बढ़ जाये, लेकिन पोस्ट का मान कभी कम नहीं होगा. यह बातें बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने सेक्टर-2 स्थित प्रधान डाकघर में रविवार को कही.
वह ऑल इंडिया पोस्टल इंप्लॉइ यूनियन पोस्टमैन एंड एमएसइ/ग्रुप डी की ओर से आयोजित दूसरे बैनियल कांफ्रेस को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. कहा : पोस्ट विभाग क ी भूमिका प्रमाणिक व ईमानदारी पूर्ण है. कहा : इनकी समस्याओं को विधानसभा में उठाने का काम करूंगा. जरूरत पड़ी तो केंद्रीय संचार मंत्री से भी बात करूंगा.
क्या है मांग : सातवां वेतन आयोग ग्रामीण डाक सेवा में लागू हो. डय़ूटी का समय पेमेंट के अनुसार तय हो, महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत सम्मिलित हो. पोस्टमैन की संख्या में इजाफा हो. मौके पर डाक सहायक अधीक्षक अमित कुमार, संतोष सिंह, परशुराम दास, ओम प्रकाश शर्मा, अमर कुमार मिश्र, वीरेंद्र कुमार शर्मा सहित दर्जनों डाक कर्मी उपस्थित थे.