बोकारो: बोकारो के सेक्टर 2 डी कला केंद्र में गुरुवार को एनडीआरएफ व जिला प्रशासन ने इंडस्ट्री केमिकल डिजास्टर पर कार्यशाला आयोजित की. इसमें जिला प्रशासन, बीएसएल व अन्य औद्योगिक इकाई के अधिकारियों के साथ भविष्य में इंडस्ट्री केमिकल डिजास्टर के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी. मेजर जनरल बीके दत्ता ने कहा : मौजूद संसाधन में टीम वर्क व आपसी सामंजस्य से आपदा से निबटने में सहायक सिद्ध होंगे. आपदा को ध्यान में रखकर हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता है. एनडीआरएफ के मेजर जनरल बीके दत्ता ने जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों से आपदा से निबटने के लिए संसाधन व भूमिका की जानकारी ली.
उन्होंने बीएसएल व जिला प्रशासन द्वारा जानकारी लेने के बाद आपदा के वक्त विभागवार जिम्मेदारी व भूमिका तय की. उन्होंने डिजास्टर से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव दिया. डीसी उमाशंकर सिंह ने कहा : जिला आपदा टीम को मजबूत करने की आवश्यकता है. जिला में कम से कम पांच फायर सब स्टेशन होना चाहिए. इसके लिए सरकार को लिखा जायेगा. बोकारो जिला में स्थित कंपनियों को भी संसाधन व मैन पावर से सहयोग करने के लिए तैयार रहना चाहिए. बीएसएल के सेफ्टी के जीएम ने बीएसएल के पास आपदा से बचने के लिए मौजूद संसाधन के संबंध में प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन अपर समाहर्ता जुगनू मिंज ने किया. इस दौरान विभिन्न विभाग के पदाधिकारी थे.
बोकारो में केमिकल डिजास्टर पर फोकस : औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण एनडीआरएफ ने बोकारो में इंडस्ट्री केमिकल डिजास्टर के लिए चुना है. बोकारो जिला में दो स्टील प्लांट, चार पावर प्लांट, एक विस्फोटक कारखाना, तीन सीसीएल माइंस प्रोजेक्ट व चार ओएनजीसी मिथेन बेड प्रोजेक्ट स्थित है.
आज होगा मॉक ड्रिल : एनडीआरएफ की 45 सदस्यीय टीम बोकारो आयी है. टीम में 10 पदाधिकारी व शेष कांस्टेबल हैं. टीम जिला स्तर पर केमिकल डिजास्टर पर कार्यशाला आयोजन करने के बाद शुक्रवार को बोकारो स्टील प्लांट के भीतर व बाहर मॉक ड्रिल होगा.