कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

बोकारो: लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.. मन में अगर सच्ची लगन व कड़ी मेहनत हो तो सफलता कदम चूमती है. कुछ ऐसी ही कहानी है सेक्टर-12 स्थित दी पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल के निदेशक डॉ डीएन प्रसाद व प्राचार्या रीता प्रसाद की. दोनों पति-पत्नी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2015 8:26 AM
बोकारो: लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.. मन में अगर सच्ची लगन व कड़ी मेहनत हो तो सफलता कदम चूमती है. कुछ ऐसी ही कहानी है सेक्टर-12 स्थित दी पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल के निदेशक डॉ डीएन प्रसाद व प्राचार्या रीता प्रसाद की. दोनों पति-पत्नी ने आज से 25 साल पहले 30 बच्चों के साथ जिस पौधारूपी स्कूल की शुरुआत की थी, वह आज 1700 से अधिक बच्चों के साथ एक विशाल वृक्ष का रूप ले चुका है.

यह डॉ डीएन प्रसाद व रीता की दिन-रात की कड़ी मेहनत व लगन का ही परिणाम है. गांव से प्रारंभिक व उच्च शिक्षा प्राप्त कर बेंगलुरु से क्रिश्चन प्रीस्ट ट्रेनिंग लेने के बाद डॉ प्रसाद वर्ष 1978 में असेंबली ऑफ गॉड क्रिश्चन-कोलकाता में क्रिश्चियन प्रीस्ट व प्रबंध कमेटी के सदस्य के रूप में काम कर रहे थे. अच्छा पैसा मिल रहा था. समाज में सम्मान भी प्राप्त था.

डॉ प्रसाद ने वर्ष 1983 में एक अखबार में पढ़ा कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार पूरे देश में सबसे पिछड़ा राज्य है. यह बात उनके मन में घर कर गयी. उसी समय उन्होंने संकल्प लिया कि वह शिक्षा के विकास के लिए कुछ करेंगे, ताकि बिहार के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर करें.

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