बोकारो: कर्मी अपने हक के लिए लड़ाई जरूर करें, लेकिन बैंक की प्रगति के लिए काम भी करें. बैंक का विकास होने पर कर्मियों का भी विकास होगा. यह बात बैंक ऑफ इंडिया इंप्लॉयज यूनियन के स्टेट कार्यालय सचिव एसएन दास ने कही. वह रविवार को सेक्टर-4 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ यूनियन की बैठक में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे. कहा : एनपीए किसी भी बैंक की समस्या है, जिससे निजात पाने के लिए कठोर कदम उठाना होगा.
साथ ही बैंक में करेंट व सेविंग अकाउंट ग्राहकों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा. हर काम को एक टारगेट के तौर पर लेने से काम आसान होगा.
किसी हाल में बैंकों का निजीकरण नहीं होने दिया जायेगा : श्री दास ने कहा : सरकार पीजे नायक कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देकर बैंकों का निजीकरण करना चाहती है, लेकिन इस मंशा को कभी पूरा नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि आम आदमी को बैंकिंग सुविधा दिलाने के लिए सरकार को राइट टू बैंकिंग कानून लाना चाहिए. कहा : अभी भी 50 करोड़ भारतीय के पास बैंक अकाउंट नहीं है. सहायक महासचिव एसपी सिंह ने कहा : ‘विल फुल’ डिफॉल्टर क ो कानूनन दोषी घोषित कर देना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता उषा कुमारी, संचालन प्रदीप कुमार व धन्यवाद ज्ञापन अनूप कुमार मनु ने किया. मौके पर तनवीर अहमद, एलएन गोस्वामी, सुजीत कुमार झा, गंगेश्वर तिवारी, कुमारी किरण समेत बैंक ऑफ इंडिया बोकारो के कई शाखा के कर्मी व अधिकारी मौजूद थे.