12 वर्ष से ढाका जेल में बंद है बोकारो का युवक
बोकारो : बांग्लादेश की ढाका जेल में 12 साल से बंद बोकारो के जरीडीह अंचल की गांगजोरी पंचायत के बारहमसिया गांव निवासी साधुचरण महतो की घर वापसी की उम्मीद जगी है. साधुचरण के संबंध में बांग्लादेश की सरकार ने भारत सरकार से पत्रचार किया है. भारतीय उच्चयोग ने बोकारो डीसी को साधुचरण महतो उर्फ सुद्धूचरण […]
बोकारो : बांग्लादेश की ढाका जेल में 12 साल से बंद बोकारो के जरीडीह अंचल की गांगजोरी पंचायत के बारहमसिया गांव निवासी साधुचरण महतो की घर वापसी की उम्मीद जगी है. साधुचरण के संबंध में बांग्लादेश की सरकार ने भारत सरकार से पत्रचार किया है.
भारतीय उच्चयोग ने बोकारो डीसी को साधुचरण महतो उर्फ सुद्धूचरण मठ के सत्यापन के लिए पत्र लिखा था. जिला प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट उच्चयोग को भेज दी है. 12 वर्ष पूर्व साधुचरण महतो (पिता मुकुंद महतो) मानसिक रूप से बीमार हो गया था. भटकते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा तक जा पहुंचा था.
बांग्लादेश की सीमावर्ती पुलिस ने उसे संदिग्ध मानते हुए गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया. पिता मुकुंद महतो ने कहा : साधुचरण ने चास महाविद्यालय से इंटर विज्ञान संकाय की पढ़ाई पूरी की है. इंटर करने के बाद साधुचरण पर झाड़-फूंक करने का भूत सवार हो गया था़ लुगु पहाड़ पहुंचने पर उसकी मानसिक अवस्था बिगड़ गयी थी. वह घर से एक मुट्ठी चावल व विस्तर लेकर निकला था. फिर घर नहीं लौटा़ काफी खोजबीन के बाद उसके लौटने की आशा ही छोड़ दी थी़
पुलिस ने किया सत्यापन
इधर, जेल में बंद साधुचरण से बांग्लादेश सरकार के अफसरों ने पूछताछ की. साधुचरण के बोकारो जिले का निवासी होने की जानकारी मिलने पर भारतीय उच्चायोग से पत्रचार किया. साधुचरण ने अपना परिचय सुद्घुचरण मठ के रूप में दिया था. भारतीय उच्चायोग ने बोकारो जिला प्रशासन को साधुचरण के सत्यापन का निर्देश दिया.
जरीडीह के थानेदार अरविंद कुमार ने बोकारो एसपी को भेजी रिपोर्ट में ढाका जेल में बंद सुद्धूचरण मठ की पहचान साधुचरण महतो के रूप में बतायी है, जो बीते 12 वर्ष से लापता है़ साधुचरण के संबंध में 12 मार्च, 2015 को मुखिया गीता रानी ने भी सत्यापन किया है.
उच्चयोग ने एक व्यक्ति का सत्यापन करने के लिए पत्रचार किया था. व्यक्ति बांग्लादेश की जेल में बंदी है. सत्यापन कर रिपोर्ट भेज दी गयी है.
उमाशंकर सिंह, डीसी, बोकारो