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बोकारो के अभिषेक बने बिहार के बेस्ट प्रिंसिपल
बोकारो: बोकारो के अभिषेक कुमार को बिहार राज्य का बेस्ट प्रिंसिपल के अवार्ड से नवाजा गया है. एकेडमिक काउंसिल ऑफ साइंस ओलिंपियाड फाउंडेशन की ओर से 2014-15 सत्र के लिए अभिषेक को ‘बेस्ट प्रिंसिपल-बिहार जोन’ का पुरस्कार मिला है. अभिषेक बिहार राज्य के डीपीएस-गया के प्राचार्य है. 2013 में डीपीएस संस्था ने श्री कुमार को […]
बोकारो: बोकारो के अभिषेक कुमार को बिहार राज्य का बेस्ट प्रिंसिपल के अवार्ड से नवाजा गया है. एकेडमिक काउंसिल ऑफ साइंस ओलिंपियाड फाउंडेशन की ओर से 2014-15 सत्र के लिए अभिषेक को ‘बेस्ट प्रिंसिपल-बिहार जोन’ का पुरस्कार मिला है. अभिषेक बिहार राज्य के डीपीएस-गया के प्राचार्य है. 2013 में डीपीएस संस्था ने श्री कुमार को डीपीएस-गया का फाउंडर प्राचार्य नियुक्त किया था. इससे पहले 1999 से 2013 तक वह डीपीएस- बोकारो में अंगरेजी शिक्षक कार्यरत थे.
फाउंडेशन की ओर से बेस्ट प्रिंसिपल का अवार्ड छात्रों के सालाना प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है. अवार्ड दिये गये साल के अतिरिक्त बीते कुछ साल की प्रोग्रेस रिपोर्ट का भी ख्याल रखा जाता है. इसके अलावा विद्यालय स्थान की भौगोलिक स्थिति व शिक्षा स्तर को भी पैमाना बनाया जाता है. शिक्षा पद्धति में किये गये क लात्मक प्रयास व तकनीक के प्रयोग भी अवार्ड पाने का हकदार बनाता है. अभिषेक कुमार ने 1996 में डीएवी-4 बोकारो से बतौर अंगरेजी शिक्षक कैरियर की शुरुआत की थी.
क्यों मिला अवार्ड
विभिन्न ओलिंपियाड में डीपीएस-गया के छात्रों ने पूरे राज्य भर में परचम लहराया. क्लास 2 के आयुष कुमार सिंह ने साइंस ओलिंपियाड में व क्लास 4 के आदित्य किशोर ने साइबर ओलिंपियाड में स्टेट टॉपर किया. कई ओलिंपियाड में भी टॉप 50 रैंक में छात्रों ने कब्जा जमाया. जिला स्तरीय स्पेल बी इंटरनेशनल की ओर से आयोजित स्पेलिंग प्रतियोगिता की छह में से चार श्रेणियों में स्कूल के बच्चे प्रथम रहे. अन्य श्रेणियों में प्रथम पांच में भी स्थान बनाया. 2014 में जिला स्तरीय बोर्नबिटा क्विज कांटेस्ट में भी स्कूल विजेता रही.
और भी हैं उपलब्धियां
2014 में झारखंड राज्य चेंबर ऑफ कॉमर्स (एसोचैम) की ओर से डीपीएस-गया को आधुनिक व उन्नत तकनीक के प्रयोग के लिए बेस्ट स्कूल का खिताब मिला. अवार्ड झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों मिला. चैनल सहारा समय की ओर से आयोजित ‘समय उद्यमी अवार्ड’ भी डीपीएस गया को मिला. अवार्ड बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दिया. अवार्ड श्री अभिषेक की ओर से पढ़ाई में किये गये कलात्मक प्रयास की बदौलत मिला. श्री अभिषेक के दिशा-निर्देश व नेतृत्व में स्कूल नयी ऊंचाइयों को छू रहा है.
दादा ने किया प्रेरित
श्री कुमार ने बताया : साइंस से 12वीं करते समय कैरियर का निर्धारण नहीं किया था. दादा राम रतन शुक्ला (पूर्व आइएएस) की अंगरेजी काफी मजबूत थी. दादाजी के पास किताबों का संग्रह था, जिसे पढ़ने के बाद साहित्य की ओर झुकाव हुआ. दादाजी की प्रेरणा से ही अंगरेजी को अपना विषय बनाया व कैरियर भी बनाया. श्री अभिषेक ने बताया : प्रिंसिपल बनने के बावजूद हर दिन दो क्लास लेते है. कहा : शिक्षा हीं ऐसा धन है जो बांटने से बढ़ता है, घटता नहीं.
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