सेवा का मूल आधार सहयोग और शिक्षा
बोकारो: महिला समिति बोकारो की सेवा का मूल आधार सहयोग और शिक्षा है. समिति आस-पास की असहाय व उपेक्षित महिलाओं को स्वावलंबी बना रही है. जीवन यापन के लिए गरीब महिलाओं व बच्चों में दक्षता व शिक्षा का प्रकाश फैला कर भविष्य निर्माण की दिशा में समिति एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा रही है. समिति […]
बोकारो: महिला समिति बोकारो की सेवा का मूल आधार सहयोग और शिक्षा है. समिति आस-पास की असहाय व उपेक्षित महिलाओं को स्वावलंबी बना रही है. जीवन यापन के लिए गरीब महिलाओं व बच्चों में दक्षता व शिक्षा का प्रकाश फैला कर भविष्य निर्माण की दिशा में समिति एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा रही है. समिति के उद्योग व विपणन केंद्रों के माध्यम से कई महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं. बच्चों के लिए नि:शुल्क विद्यालयों व पुस्तकालय और महिलाओं के लिए प्रौढ़ शिक्षा आदि योजनाएं चलायी जा रही है.
1964 में हुई थी स्थापना : अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति संवेदनशील महिला समिति की ओर से समय-समय पर अन्य जरूरतमंदों को भी सहायता दी जाती है. समिति की स्थापना वर्ष 1964 में हुई थी. यह गैर सरकारी संगठन है. संगठन सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 और एफसीआर अधिनियम के तहत पंजीकृत है.
थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची को लिया गोद : समिति ने थैलेसीमिया से पीड़ित एक बालिका को गोद लिया है. समिति आशालता के बच्चों, ज्ञान ज्योति योजना के अंतर्गत बीएसएल द्वारा अंगीकृत बिरहोर बच्चो, आशा दान लेपर्स कॉलोनी के लोगों व समाज के अन्य जरूरतमंद लोगों को भी समय-समय पर सहायता देती है.
समिति की अन्य गतिविधियां : प्रौढ़ शिक्षा योजना के माध्यम से महिलाओं को साक्षर बनाने की पहल की गयी है. गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस पर बीजीएच के मरीजों के बीच फल का वितरण किया जाता है. समिति ने बीजीएच में व्हील चेयर व वॉकर दिया है. श्रीराम मंदिर-सेक्टर 1 के निकट शुद्ध पेयजल के लिए मशीन लगायी गयी है.