एक पुल के लिए इतनी माथापच्ची तो दूसरे के लिए..

बोकारो: गरगा नदी पर एनएच 23 को चास से बोकारो जोड़ने वाली पुल के लिए हंगामा सुर्खियों में है. एनएच और एसएससीएल के आमने-सामने होने से नया पुल तैयार नहीं हो पाया है. रोजाना चास-बोकारो के लोगों को रेंगते हुए एक घंटे के कष्ट के बाद अपनी मंजिल मिलती है. इस पूरी समस्या से निजात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2013 9:36 AM

बोकारो: गरगा नदी पर एनएच 23 को चास से बोकारो जोड़ने वाली पुल के लिए हंगामा सुर्खियों में है. एनएच और एसएससीएल के आमने-सामने होने से नया पुल तैयार नहीं हो पाया है. रोजाना चास-बोकारो के लोगों को रेंगते हुए एक घंटे के कष्ट के बाद अपनी मंजिल मिलती है. इस पूरी समस्या से निजात के लिए सरकार की तरफ से दो प्लान बनाये गये.

पहला : गरगा पुराने पुल के बजाय नया पुल बनाया जाये और एनएच पर बढ़ते वाहनों की संख्या देखते हुए फोर लेन सड़क का निर्माण किया जाय. पहले पुल के लिए रोज ही बखेड़ा हो रहा है.

ऐसे में सवाल उठ रहा है कि एक और पुल जो एनएच यानी फोर लेन के लिए गरगा नदी पर बनना है उसका क्या होगा ? क्या उसके लिए भी इतनी ही माथापच्ची करनी पड़ेगी या फिर इससे भी ज्यादा. क्योंकि इस पुल की लंबाई चौड़ाई बन रहे पुल से कहीं ज्यादा है. फोर लेन के लिए कागजी काम सारे पूरे हो गये हैं. पर निश्चित स्थान अभी तक नहीं तलाशा गया है जहां इस पुल का निर्माण होना है.

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