फुसरो/गांधीनगर : कोल इंडिया में आहूत तीन दिवसीय हड़ताल की तैयारी को लेकर रविवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा की बैठक ढोरी एरिया के कल्याणी गेस्ट हाउस में हुई. सीसीएल ढोरी एरिया में हड़ताल को सफल बनाने को लेकर रणनीति बनायी गयी. 29 जून को 4, 5, 6 इंकलाइन, अमलो परियोजना, एरिया अकाउंट, जीएम ऑफिस तथा 30 जून को तारमी साइडिंग, ढोरी खास रिवर साइड, रीजनल स्टोर सेंट्रल कॉलोनी, ढोरी सब स्टेशन एवं फीडर ब्रेकर में पिट मीटिंग कर मजदूरों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील की जायेगी. एक जुलाई को प्रचार वाहन से सभी परियोजनाओं में प्रचार किया जायेगा.
वक्ताओं ने कहा कि कॉमर्शियल माइनिंग से देश को नुकसान होगा. चंद व्यापारियों को ही लाभ होगा. इसलिए पीएम को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए. मौके पर इंटक के गिरिजाशंकर पांडेय, बीएमएस के रवींद्र कुमार मिश्रा , एटक के जवाहर लाल यादव के अलावा कैलाश ठाकुर, आर उनेश, शिवनंदन चौहान, सुभाष महतो, घुनू हांसदा, गोवर्धन रविदास सुरेंद्र सिंह, सूरज महतो, सुरेंद्र सिंह, भीम महतो, राजेश्वर सिंह, कुलदीप, जयनाथ मेहता, जितेंद्र दुबे, मुरारी सिंह आदि मौजूद थे.
इधर, सीसीएल बीएंडके एरिया के एकेके ओसीपी रेस्ट सेंटर में संयुक्त मोर्चा की पिट मीटिंग में राकोमसं के क्षेत्रीय सचिव श्यामल कुमार सरकार ने कहा कि 41 कोल ब्लॉकों की नीलामी सिर्फ ट्रायल है, आगे 500 कोल ब्लॉक की नीलामी की तैयारी चल रही है. सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को सरकार समाप्त करना चाहती है. यूसीडब्ल्यूयू के क्षेत्रीय अध्यक्ष सुजीत कुमार घोष ने कहा कि मजदूर हड़ताल को सफल बनायें अन्यथा मजदूरों को अस्तित्व नहीं बचेगा. सीटू के भागीरथ शर्मा ने कहा कि यह यूनियनों की नहीं बल्कि मजदूरों की लड़ाई है.
मीटिंग को सुबोध सिंह पवार, गजेंद्र प्रसाद सिंह, गणेश प्रसाद महतो, विजय कुमार भोई, शक्ति प्रसाद मंडल, विनोद कुमार ने भी संबोधित किया. संचालन सुरेश प्रसाद शर्मा ने किया. मौके पर अभय कुमार सिंह, जीसी मंडल, दिलीप मरीक, श्याम नारायण सतनामी, मनोज पासवान, उमेश नायक, एसके आचार्य, टेकामन, पुरुषोत्तम दास, अशोक राम बंजारा, संजय यादव, ओमशंकर कपरदार, मिनहाज, खुर्शीद, प्रकाश महतो, गौरी प्रसाद अग्रवाल, रामदेव राम, भगवान दास आदि मौजूद थे.
गोमिया. संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा ने सीसीएल स्वांग-गोविंदपुर कोलियरी के फेज-2 में पिट मीटिंग की. वक्ताओं ने कहा कि दो जुलाई से आहूत हड़ताल ना केवल कोल ब्लॉक की नीलामी के खिलाफ है, बल्कि देश की प्राकृतिक संपदा की लूट के खिलाफ है. पूंजीपतियों को कोल ब्लॉक सौंपी जा रही है. मीटिंग को सीटू के कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर, प्रदीप विश्वास, एसबी सिंह दिनकर, कमलेश गुप्ता, गौतम राम, राजकुमार मल्लाह, इंटक ददई गुट के वरुण कुमार सिंह, रवींद्र पांडेय, एटक के सुरेश शर्मा, नवीन विश्वकर्मा, रामेश्वर साहू, देवाशीष रजवार, बलराम नायक, बीएमएस के विजयानंद प्रसाद, पीडी वर्मन, चंद्रमा यादव, जेसीएमयू के नागेश्वर करमाली, एचएमकेपी के इम्तियाज खान ने संबोधित किया. अध्यक्षता इंटक नेता अंजनी त्रिपाठी ने की.
राकोमसं ददई गुट की बैठक : कथारा. राकोमसं (ददई गुट) की बैठक सीसीएल स्टाफ रिक्रियेशन क्लब कथारा में रविवार को रीजनल अध्यक्ष इसराफिल अंसारी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में 30 जून को इंटक के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे का बोकारो में स्वागत करने, यूनियन की मजबूती, कॉमर्शियल माइनिंग के विरोध में दो जुलाई से तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक में क्षेत्रीय सचिव वरुण कुमार सिंह, मो फारुक, मो जानी, गणेश गोप, मो आशिक, इस्लाम अंसारी, रवींद्र पांडेय, बीके श्रीवास्तव, अंजनी सिंह, देवी मंडल, किशुन मंडल, मो वकील अंसारी, जागेश्वर यादव, रामेश्वर यादव, मो जाकिर, अजहर आदम आदि मौजूद थे.
कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया ने जारी की अपील : देश की सार्वजनिक प्रतिष्ठान कोयला उद्योग में दो से चार जुलाई तक आहूत तीन दिवसीय हड़ताल के मद्देनजर कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया प्रबंधन ने मजदूर और उद्योग हित में अपील जारी की है. अपील में कहा गया है कि कोयला कर्मी कंपनी की ताकत बनें, हड़ताल हमें कमजोर बनाएगा. हड़ताल हर तरफ से घाटे का सौदा है. समृद्ध कोल इंडिया के नाम से जारी स्लोगन में कहा गया है कि कोल इंडिया के पास अभी लगभग 172 बिलियन टन कोल संसाधन है. 55 नयी कोयला खदानें विकास की प्रक्रिया में है. वर्ष 2023-24 तक एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है. वर्ष 2023-24 तक 24,377 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा. ढांचागत विकास के लिए लगभग 1,26,324 करोड़ पूंजी निवेश होगा. अगले पांच वर्षों तक अधिकारियों और गैर अधिकारियों की बहाली होगी.
कर्मियों को होगा घाटा : कोल इंडिया प्रबंधन की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि हड़ताल से कोयला कर्मियों को एक दिन में 7.93 करोड़ का वेतन घाटा होगा. प्रतिदिन 1.37 करोड़ संविदा कर्मचारियों का वेतन घाटा होगा. कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल को प्रतिदिन 19 करोड़ का घाटा, मध्य प्रदेश राज्य को प्रतिदिन 6.50 करोड़ का घाटा, उत्तर प्रदेश को प्रतिदिन 1.6 करोड़ का घाटा के अलावा केंद्र सरकार को रोजाना 19 करोड़ रुपये का घाटा होगा.
Post by : Pritish Sahay