कुड़मी विकास मोरचा का झारखंड बंद: भीषण गरमी में एनएच पर झुलसते रहे लोग
चास: कुड़मी विकास मोरचा की ओर से कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर गुरुवार को घंटों तेलमोच्चों पुल को जाम किया गया. इस दौरान करीब पांच घंटे तक धनबाद-बोकारो राष्ट्रीय उच्च पथ 32 जाम रहा. जिला परिषद अध्यक्ष मिहिर सिंह व स्थानीय पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मोरचा […]
चास: कुड़मी विकास मोरचा की ओर से कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर गुरुवार को घंटों तेलमोच्चों पुल को जाम किया गया. इस दौरान करीब पांच घंटे तक धनबाद-बोकारो राष्ट्रीय उच्च पथ 32 जाम रहा. जिला परिषद अध्यक्ष मिहिर सिंह व स्थानीय पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मोरचा सदस्यों ने सड़क जाम को वापस लिया. सड़क जाम के दौरान एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यक सेवा को बाधित नहीं किया गया.
सड़क जाम में एक दर्जन से अधिक वर-वधू की गाड़ी भी फंसी रही. जाम की वजह से राहगीर को तेज गरमी में पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा.
कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग
मोरचा जिलाध्यक्ष चंदन महतो ने कहा : मोरचा की ओर से कुड़मी जाति को अनुसूचित जन जाति में शामिल करने की मांग वर्षो से की जा रही है. इसके बाद भी वर्तमान राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को टीआरआइ रिपोर्ट भेजकर कुड़मी जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के लिए सिफारिश की है, जबकि पूर्व में भी कुड़मी जाति को ओबीसी में रखा गया था. जरूरत पड़ी तो सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जायेगा. मौके पर अमृत महतो, दिलीप महादेव, नरेश, करण, मंटू, छोटू लाल, डालू महतो, मुखिया अरुण महतो सहित मोरचा के अन्य सदस्य मौजूद थे.