लीज पर नहीं, लाइसेंस पर मिलेगा क्वार्टर!

बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र के अवकाश प्राप्त कर्मियों के लिए खुशखबरी है. सेल प्रबंधन लाइसेंस पर क्वार्टर देने के लिए मंथन कर रहा है. इस संबंध में सेल प्रबंधन के पास प्रपोजल है. लेकिन, अब क्वार्टर लीज पर नहीं, लाइसेंस पर मिलेगा. लाइसेंस पर क्वार्टर प्राइम सेक्टर (सेक्टर-1, 2, 3 व 4) को छोड़ कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2013 10:57 AM

बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र के अवकाश प्राप्त कर्मियों के लिए खुशखबरी है. सेल प्रबंधन लाइसेंस पर क्वार्टर देने के लिए मंथन कर रहा है. इस संबंध में सेल प्रबंधन के पास प्रपोजल है. लेकिन, अब क्वार्टर लीज पर नहीं, लाइसेंस पर मिलेगा. लाइसेंस पर क्वार्टर प्राइम सेक्टर (सेक्टर-1, 2, 3 व 4) को छोड़ कर मिलेगा. साथ हीं, ग्राउंड फ्लोर का क्र्वाटर नहीं मिलेगा. उम्मीद जतायी जा रही है कि बहुत जल्द इस संबंध में कोई निर्णय आयेगा. लेकिन कब? यह अभी तय नहीं है.

डी-टाइप क्वार्टर भी दिये जाने की चर्चा : सेल सूत्रों के अनुसार वैसे सेवानिवृत्त कर्मी जो रिटायरमेंट के बाद भी बीएसएल के आवास में रह रहे हैं, उनको लाइसेंस पर आवास दिया जायेगा. इस बार इ-टाइप के साथ -साथ डी-टाइप क्वार्टर भी दिये जाने की चर्चा है. बीएसएल में 30 फीसदी से अधिक ऐसे रिटायर कर्मी हैं, जिन्होंने आवास खाली नहीं किया है.

आवास की समस्या प्रबंधन को नहीं : इधर, बीएसएल में घटते कर्मियों की वजह से आवास की समस्या प्रबंधन को नहीं हो रही है. फिलहाल, प्रबंधन के पास सरप्लस आवास है. खासकर, इ टाइप. इसी आवास से प्रबंधन कमाई करने पर विचार कर रहा है.

लीज और लाइसेंस में अंतर : लीज के तहत बीएसएल 33 साल के लिए क्वार्टर आवंटित करता है. इसके बाद नवीकरण कराना पड़ता है. वहीं लाइसेंस के तहत 33 माह के लिए रिटायर्ड कर्मियों को आवास दिया जाता है. इसके बाद नवीकरण कराना पड़ता है.

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