19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

डॉ सिंह की हत्या का रहस्य नहीं सुलझा पा रही पुलिस

एनआरआइ डॉ विनय सिंह हत्याकांड अस्पताल का काम प्रभावित बसंत मधुकर बोकारो : जरीडीह प्रखंड के चिलगड्डा स्थित अस्पताल जोहार आशा विहार के परियोजना निदेशक एनआरआइ डॉ विनय कुमार सिंह हत्याकांड की तह तक जाने में पुलिस अब तक विफल है. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को […]

एनआरआइ डॉ विनय सिंह हत्याकांड

अस्पताल का काम प्रभावित

बसंत मधुकर

बोकारो : जरीडीह प्रखंड के चिलगड्डा स्थित अस्पताल जोहार आशा विहार के परियोजना निदेशक एनआरआइ डॉ विनय कुमार सिंह हत्याकांड की तह तक जाने में पुलिस अब तक विफल है. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल जरूर भेज दिया है. लेकिन, हत्याकांड का खुलासा करने में अब-तक कामयाबी नहीं मिल पायी है.

कई सवाल अब-तक अनसुलङो हैं. खास कर डॉ विनय की हत्या मूलत: किन कारणों से की गयी, यह अभी तक सामने नहीं आ पाया है और न ही हत्या में शामिल लोगों का ही खुलासा हुआ है. यही कारण है कि लोगों के मन में इस हत्याकांड को लेकर तरह-तरह के सवाल उभर रहे हैं. यह सच है कि डॉ विनय ने वित्तीय गड़बड़ी समेत अन्य कई अनियमितता के आरोप में दीपक गुप्ता व रेखा गुप्ता समेत कुछ अन्य कर्मचारियों को संस्था से बाहर का रास्ता दिखाया था. उसके बाद डॉ विनय के खिलाफ मोरचाबंदी शुरू हुई थी.

इसी वजह से डॉ विनय हमेशा असुरक्षित भी महसूस करते थे और स्थानीय पत्रकारों व ग्रामीणों के बीच इसकी चर्चा भी करते थे. परंतु, उनकी हत्या का व्यूह रचने से लेकर इसे अंजाम देने तक में और भी कई लोगों के शामिल होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है. यह भी हो सकता है कि पुलिस असली अपराधी तक अभी तक नहीं पहुंच पायी है.

क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि इस हत्याकांड में अभी असली अपराधी तक पहुंचना बाकी है. आशा विहार व आसपास के गांवों के दौरा व विभिन्न ग्रामीणों से बातचीत के दौरान यह बात सामने आयी कि कई लोग इस हत्याकांड के रहस्यों से अवगत हैं या फिर कई महत्वपूर्ण जानकारियां रखते हैं. लेकिन, दहशत के कारण लोग मुंह खोलने से घबरा रहे हैं.

जर्मन उच्चयोग ने पूछा

मृतक डॉ सिंह की पत्नी मारकेरेट ने जर्मन उच्च आयोग से जांच करने की मांग की है. जर्मन उच्च आयोग ने मामले में भारत के उच्च आयोग से बात की है. हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच होने की संभावना है. बताते चले कि बुधवार को डॉ विनय की पत्नी मारकेरेट ने पुत्र आरोण व पुत्री उषा के साथ आशा विहार व उसके बाद जरीडीह थाना पहुंच कर पुलिसिया कार्रवाई की जानकारी भी ली थी. उसके बाद वे सभी रांची लौट गये.

कल्याणी दीदी का इंतजार

डॉ विनय की हत्या के बाद इसकी संस्थापिका क्लाउडिया रसेल उर्फ कल्याणी दीदी अब तक जर्मन से नहीं लौटी है. उनके आने का इंतजार हर किसी को है. उनके नहीं आने से आशा विहार के संचालन की जिम्मेदारी भी किसी को ठीक से नहीं मिल पायी है. सब कुछ मानो जैसे-तैसे चल रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें