Jharkhand News, बोकारो न्यूज (बसंत मधुकर) : एफसीआई व ट्रांसपोर्टिंग करने वाली एजेंसी की लापरवाही के कारण बोकारो गुड्स शेड में पंजाब से एफसीआई का 52 हजार क्विंटल गेहूं यास चक्रवात की बारिश मे भींग रहा है, लेकिन संबंधित विभाग के आधिकारी इससे बेखबर हैं. बुधवार को जब प्रभात खबर की टीम बोकारो के रेलवे गुड्स शेड में पहुंची, तब लगातार हो रही बारिश में सरकार की ओर से कार्डधारियों के बीच वितरित किया जाने वाला गेहूं बारिश में भींग रहा था. इस दौरान एफसीआई का कोई पदाधिकारी गुड्स शेड में मौजूद नहीं था.
स्थानीय युवक शुभम सिंह मुंडा ने बताया कि गरीबों के बीच वितरित किया जाने वाला अनाज बारिश में भींग रहा है. यह एफसीआई व ढुलाई करने वाले ट्रांसपोर्टर के बीच सांठगांठ का परिणाम है. कल भी अनाज भींग रहा था. उसने बताया कि इस मामले में उसने वरीय अधिकारियों को ट्वीट कर मामले की जानकारी भी दी है.
बुधवार को 3 बजे रेलवे के माध्यम से 42 बोगी गेंहू बोकारो के गुड्स शेड पहुंचा था. एक बोगी मे 1200 बोरी लोड था. एक बोगी में 1200 बोरी लोड था. एक बोरी में 50 किलो गेहूं है. सारे बोरियों को बोगी से निकाल कर खुले में रखा गया था. उक्त गेहूं पीडीएस दुकानों से कार्डधारियों के बीच वितरित किया जाना है.
गुड्स शेड्स से इस गेहूं के बोरियों को एफसीआई के विभिन्न गोदामों मे पहुंचना था. लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण यास चक्रवात के अलर्ट के बाद भी वैगनों से गेहूं को अनलोड कर दिया गया,जबकि बारिश से बचाव व गुड्स शेड से गोदामों तक पहुँचाने की कोई खास इंतजाम नहीं था.
बीजेपी के युवा नेताकुंज बिहारी पाठक ने कहा कि जहां इस लॉकडाउन में केंद्र सरकार लगातार राज्य की जनता के हित मे खाद्य आपूर्ति करने में लगी हुई है,ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे ऐसी विपत्ति की स्थिति में भी बोकारो के एफसीआई के अधिकारियों की लापरवाही उजागर हो रही है. जनता को भिंगा हुया गेहूं मिलेगा. संबंधित विभाग के अधिकारी संज्ञान लेकर वहां ड्यूटी में तैनात जनविरोधी कर्मचारी के विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई करें.
गुड्स शेड बोकारो के गुड्स क्लर्क एनके दुबे ने कहा कि पंजाब से एफसीआई का रैक आया गई. अनाज बुधवार को तीन बजे बोकारो पहुंचा है ,उसके बाद एफसीआई के लोग इसे खाली कर रहे हैं. इसमें रेलवे का कोई रोल नहीं है. अब माल पहुंचने के बाद एफसीआई की जिम्मेदारी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra