एक डॉक्टर के भरोसे 150 मरीज

बोकारो : देवघर में आयोजित श्रवणी मेला में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बोकारो के 16 चिकित्सकों को मंगलवार की देर शाम विरमित कर दिया गया. चिकित्सकों के चले जाने से सरकारी अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी है. चिकित्सकों की कमी के कारण बुधवार को जहां आम लोगों को परेशानी हुई, वहीं चिकित्सकों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2015 7:55 AM
बोकारो : देवघर में आयोजित श्रवणी मेला में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बोकारो के 16 चिकित्सकों को मंगलवार की देर शाम विरमित कर दिया गया. चिकित्सकों के चले जाने से सरकारी अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी है. चिकित्सकों की कमी के कारण बुधवार को जहां आम लोगों को परेशानी हुई, वहीं चिकित्सकों को भी काम का दबाव ङोलना पड़ा.
कैंप दो स्थित सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी इजाफा दिखा. एक चिकित्सक जहां पहले दिन भर में 60 मरीज देखते थे, वहीं अब लगभग 150 मरीजों को देख रहे हैं. सदर अस्पताल से चक्षु रोग विशेषज्ञ के चले जाने से इएनटी (आंख, नाक व गला) के मरीजों को परेशानी हो रही है.
यह स्थिति किसी एक अस्पताल की नहीं हैं. सीएस डॉ जेसी दास के अनुसार स्थिति के अनुसार चिकित्सक तैनात किये जा रहे हैं. राज्य के आला अधिकारियों को चिकित्सकों की कमी के कारण उत्पन्न स्थिति की जानकारी दे दी गयी है.
विरमित होने वाले चिकित्सक : देवघर जाने वाले चिकित्सकों में डॉ संजय कुमार, डॉ हरिपद सोरेन, डॉ कामेश्वर महतो, डॉ बच्च प्रसाद सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह, डॉ अनंत महतो, डॉ भूषण प्रकाश साव, डॉ कुणाल सिंह, डॉ विकास कुमार, डॉ राजेश चौधरी, डॉ केके सिन्हा, डॉ एनपी सिंह, डॉ रवि शेखर, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ अरुण प्रसाद, डॉ अरविंद कुमार शामिल हैं.

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