एनएच सर्वे व गजट में फर्क
बोकारो: बेशक, चास-बोकारो में ऐसे कई जगह हैं जहां ट्रैफिक रेंगने को मजबूर है. चाहे बात चास बाजार, गरगा पुल की हो या सिवनडीह के पास टूटी पुलिया की. हर जगह एनएच पर किसी तरह सफर पूरा किया जा रहा है. ट्रैफिक समस्या के अलावा अब एनएच एक और विवाद में फंसता नजर आ रहा […]
बोकारो: बेशक, चास-बोकारो में ऐसे कई जगह हैं जहां ट्रैफिक रेंगने को मजबूर है. चाहे बात चास बाजार, गरगा पुल की हो या सिवनडीह के पास टूटी पुलिया की. हर जगह एनएच पर किसी तरह सफर पूरा किया जा रहा है.
ट्रैफिक समस्या के अलावा अब एनएच एक और विवाद में फंसता नजर आ रहा है. फोर लेन बनाने की पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाये जा रहे हैं.
सुर बुलंद हो रहे हैं. चास अंचलाधिकारी को एक आवेदन देकर लगभग 100 ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि एनएच के फोर लेन का सर्वे कुछ और था और अब एनएच का नक्शा या कहे कि गजट कुछ और है. बताते चलें कि एनएच और एचएससीएल के बीच विवाद के ही कारण गरगा पुल आज तक नहीं बन पाया.