मौत की सच्चाई जानने को भटक रही बेबस मां

बालीडीह: घर का इकलौता चिराग बुझ गया. मां-बेटा की कमाई से घर का चूल्हा जलता था. ऊपर वाले ने इस सहारे को भी छीन लिया. बस इतना पता चल जाये, कि बेटे की मौत कैसे हुई. उसका किसी से न विवाद था और न ही कोई दुश्मन. कोई परेशानी भी नहीं थी. आखिर ऐसा क्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 9:11 AM

बालीडीह: घर का इकलौता चिराग बुझ गया. मां-बेटा की कमाई से घर का चूल्हा जलता था. ऊपर वाले ने इस सहारे को भी छीन लिया. बस इतना पता चल जाये, कि बेटे की मौत कैसे हुई. उसका किसी से न विवाद था और न ही कोई दुश्मन. कोई परेशानी भी नहीं थी. आखिर ऐसा क्या हुआ कि तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर उसकी लाश शुक्रवार को मिली.

यह दर्द है 30 अक्तूबर की सुबह मृत अवस्था में मिले विकास पटनायक की मां का. मां का दिल नहीं मान रहा कि बेटे ने आत्महत्या की होगी. विकास की मां कलावती ने बताया : गुरुवार की सुबह गाड़ी में पेट्रोल भरा कर ड‍्यूटी पहुंचने की बात कहकर विकास घर से निकला था. दो बजे तक स्कूल में नहीं होने की सूचना मिली. शाम को छह बजे बालीडीह थाना में बेटे के नहीं मिलने की लिखित सूचना दी. शुक्रवार की सुबह उसकी लाश तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर पटरी के बीच मिली. उसका एक पैर पूरी तरह कट कर अलग हो गया था. स्टेशन के बाहर उसकी स्कूटी खड़ी थी. लाश के पास ही मोबाइल फोन मिला.

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