600 विद्यार्थियों ने दी प्रतिभा पोषण प्रतियोगिता परीक्षा

600 विद्यार्थियों ने दी प्रतिभा पोषण प्रतियोगिता परीक्षा

By Prabhat Khabar News Desk | April 15, 2024 1:11 AM

गरीब मेधावी बच्चों की पढ़ाई में मदद करेगा चिन्मय एलुमिनी एसोसिएशन

वरीय संवाददाता, बोकारो

चिन्मय विद्यालय बोकारो में रविवार को चिन्मय एलुमिनी एसोसिएशन की ओर से संचालित चिन्मय स्माइल बैक कार्यक्रम के तहत गरीबी रेखा से नीचे रह रहे मेधावी छात्र-छात्राओं की सहायता के लिए प्रतिभा पोषण प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया गया. इसमें बोकारो जिला के सरकारी, ग़ैर-सरकारी विद्यालयों के सातवीं से दसवीं तक के 600 से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए.

कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमरेन्द्र नारायण भारत ने बताया : यह कार्यक्रम गरीबी रेखा से नीचे रह रहे वंचित वर्गों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया है. परीक्षा दो चरणों में होगी. लिखित परीक्षा में अव्वल आये 80 छात्र-छात्राओं का चयन किया जायेगा. उसके बाद साक्षात्कार लिया जायेगा. अंतिम रूप से 40 सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा.

अध्ययन सामग्री के लिए 4400 से ले 7700 रुपये की मिलेगी सहायता

सातवीं के सफल छात्र-छात्राओं को 4000 रुपये की सहायता अध्ययन सामग्री की खरीद का बिल जमा करने पर दी जायेगी. साथ हीं 400 रुपये नकद दिये जायेंगे. इसी प्रकार आठवीं के लिए 5000 रुपये बिल जमा करने पर व नगद 500 रुपये, कक्षा नवमी के लिए 6000 रुपये बिल जमा करने पर व नगद 600 रुपये व दसवीं के लिए 7000 रुपये बिल जमा करने पर व 700 रुपये नकद प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जायेगा.

आर्थिक कमी शिक्षा में बाधा नहीं बनेगी, आगे बढ़ने की ललक बढ़ेगी

डॉ अमरेन्द्र ने कहा : बच्चों में आगे बढ़ने की ललक बढ़ेगी. आर्थिक कमी शिक्षा में बाधा नहीं बनेगी. स्वामी चिन्मयानंद महाराज के जन्मदिन आठ मई चिन्मय अवतरण दिवस पर सफल 40 छात्र सम्मानित होंगे. उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार, डॉ अमरेन्द्र नारायण भारत, संजीव मिश्रा, डॉ रोशन शर्मा, ललिता उरांव, पंकज मिश्रा, संजीव सिंह, प्रीति, सृष्टि, रणविजय ओझा, रजनीश, अमित व अन्य शिक्षक उपस्थित थे.

मेधावी विद्यार्थियों की मदद के लिए मील का पत्थर : सूरज शर्मा

चिन्मय विद्यालय बोकारो के प्राचार्य सूरज शर्मा ने चिन्मय एलुमिनी एसोसिएशन की मानवीय पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा : समाज के मेधावी विद्यार्थियों की मदद के लिए यह मील का पत्थर सिद्ध होगी. यह हमारा दायित्व है कि समाज से जो भी प्राप्त हुआ है, हम उसे वापस दे. बढ़-चढ़ कर जरूरतमंद की मदद करें.

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