सिर्फ स्टॉल लगा कर विकास नहीं किया जा सकता : बिरंची नारायण

बोकारो: सिर्फ स्टॉल लगा कर राज्य का विकास नहीं किया जा सकता है. सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं को धरातल पर उतारना होगा. यह बातें बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने रविवार को कही. सेक्टर- 5 स्थित पुस्तकालय मैदान में जिला प्रशासन की ओर से झारखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2015 7:39 AM

बोकारो: सिर्फ स्टॉल लगा कर राज्य का विकास नहीं किया जा सकता है. सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं को धरातल पर उतारना होगा. यह बातें बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने रविवार को कही. सेक्टर- 5 स्थित पुस्तकालय मैदान में जिला प्रशासन की ओर से झारखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विकास मेला का आयोजन किया गया था. मेले में सरकारी व गैर सरकारी विभाग के कई स्टॉल लगाये गये थे.

विधायक ने कहा : सरकार की ओर से आम लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुद्रा बैंक जैसी योजनाएं चलायी जा रही हैं, लेकिन सिर्फ कोटा पूरा कर बैंक अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते. कहा : सरकारी कर्मचारी, अधिकारी व आम लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा. उसके बाद ही विकसित झारखंड व विकास मेला का औचित्य पूरा हो सकता है. इससे पहले विधायक ने लोगों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी.

एक करोड़ 10 लाख का लोन बंटा
मेले में विभिन्न बैंक की ओर से एक करोड़ 10 लाख रुपया का कर्ज प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत बांटा गया. इसके अलावा 48 लोगों का अकाउंट भी खोला गया. डीआइजी शंभु ठाकुर, डीसी मनोज कुमार, डीडीसी अरविंद कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट डॉ संजय कुमार समेत कई पदाधिकारियों ने स्टॉल का अवलोकलन किया व राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी.

बीएसएल, सीसीएल, बैंक, इलेक्ट्रोस्टील…

मेले में बीएसएल, सीसीएल कथारा व ढोरी क्षेत्र, कई सरकारी व प्राइवेट बैंक, एचएससीएल, कृषि विभाग, भूमि संरक्षण, आपदा प्रबंधन समेत कई सरकारी विभागों के स्टॉल लगाये गये थे. बीएसएल, इलेक्ट्रोस्टील, एचएससीएल व सीसीएल के स्टॉल में सीएसआर में किये गये कार्यों के बारे में बताया गया. बैंक स्टॉल में योजना की जानकारी के साथ साथ जनधन खाता खोला गया.

आवा भाई, देखी जा अपन झारखंड…
आवा भाई, देखी जा अपन झारखंड, सज गेलई अपन झारखंड… गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुत कर कस्तूरबा की छात्राओं ने दर्शकों का मन मोह लिया. बीपीएस के स्टूडेंट्स ने महाराष्ट्र की मशहूर लावणी प्रस्तुत की.

Next Article

Exit mobile version