बोकारो : झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा छठी सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम मंगलवार की रात जारी कर दिया गया. इसमें गोमिया प्रखंड से कुल पांच परीक्षार्थियों ने सफलता अर्जित कर अपने परिवार, गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया है. अकेले महुआटांड़ क्षेत्र के बड़कीपुन्नू पंचायत से तीन अफसर निकले हैं. इसमें से दो सफल परीक्षार्थी सगे भाई हैं. जबकि, साड़म के सौदागर मोहल्ला से एक व उग्रवाद प्रभावित चतरोचट्टी क्षेत्र के कर्रीखुर्द से एक परीक्षार्थी ने सफलता अर्जित की है. गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, पूर्व विधायक बबीता देवी, योगेंद्र प्रसाद, भाकपा के इफ्तेखार महमूद सहित बड़कीपुन्नू मुखिया संजय कुमार, समाजसेवी पंचदेव महतो, नरेश कुमार आदि ने सफल परीक्षार्थियों को बधाई दी है. रामदुलार पंडा की ये रिपोर्ट आप भी पढ़ें…
बड़कीपुन्नू में राजमिस्त्री के बेटों ने किया कमाल
जेपीएससी द्वारा घोषित परिणाम में बड़कीपुन्नू के रविदास टोला निवासी राजमिस्त्री गणेश रविदास व फुनवा देवी के बड़े पुत्र अनिल रविदास व मंझले पुत्र अमित रविदास ने क्रमश: प्रशासनिक व वित्त सेवा में सफलता अर्जित की है. अनिल फिलहाल गढ़वा में राजस्व उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं. इन्होंने गोमिया हाई स्कूल गोमिया से मैट्रिक, संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग से इंटर व रामगढ़ कॉलेज से डिग्री ली. अनिल ने बताया कि उनकी यह कामयाबी उनके मेहनत और माता-पिता के आशीर्वाद से मुमकिन हुई है. कहा कि बतौर राजस्व उपनिरीक्षक काम करने के दौरान बीडीओ व सीओ द्वारा सीधा जनता से जुड़ाव ही इस ओर खींचा है.
Also Read: 6th JPSC Result 2020 Declared : छठी जेपीएससी का रिजल्ट हुआ जारी, झारखंड को मिले 326 अधिकारीअमित ने भी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के आशीर्वाद और मेहनत को दी. कहा कि छोटानागपुर कॉलेज, रामगढ़ से डिग्री के अंतिम समय में उन्हें सिविल सेवा में आने की इच्छा हुई थी, जो सार्थक हुआ. वे फिलहाल मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में पीओ के पद पर गया जिले में कार्यरत हैं. अमित ने उउवि बड़कीपुन्नू से मैट्रिक, संत कोलंबस से इंटर की. दोनों भाई अपनी कामयाबी से बेहद प्रसन्न थे.
सीसीएलकर्मी के पुत्र संतोष ने भी मारी बाजी
बड़कीपुन्नू के ही बूटगोड़वा निवासी सीसीएलकर्मी विशेश्वर महतो व शांति देवी के पुत्र संतोष कुमार महतो ने भी प्रशासनिक सेवा के लिए सफलता अपने नाम किया. संतोष फिलहाल गांव में ही हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और माता-पिता के आशीर्वाद को दिया. संतोष ने शुरुआती पढ़ाई उमवि छोटकीपुन्नू, सरना उवि महुआटांड़, आरटीसी स्कूल रांची से मैट्रिक, डीपीएस रांची से इंटर व बीआइटी सिंदरी से बी-टेक किया. असम के डिब्रूगढ़ व गोलाघाट में केंद्रीय पीएसयू वाले उपक्रमों में भी काम किया. फिर बीसीपीएल असम में डिप्टी मैनेजर की पोस्ट से इस्तीफा दिया. इसी दौरान बिना कोई ट्यूटर के जेपीएससी की परीक्षा लिखी और सफलता अर्जित की. वे यूपीएससी की तैयारियों में भी जुटे हैं.
Also Read: 6th JPSC Result 2020 : बड़कागांव की सुमन गुप्ता बनीं झारखंड टॉपर, जानें सफलता की कहानीकर्रीखुर्द के किसान पुत्र जितेंद्र ने कीर्तिमान स्थापित किया
उग्रवाद प्रभावित चतरोचट्टी क्षेत्र अंतर्गत कर्रीखुर्द गांव निवासी किसान सोनाराम महतो व पेमिया देवी के पुत्र जितेंद्र कुमार महतो ने भी छठी सिविल सेवा परीक्षा में वित्त सेवा के लिए चयनित हुए हैं. इन्होंने जारंगडीह उच्च विद्यालय से मैट्रिक व केबी कॉलेज बेरमो से इंटर व डिग्री पूरी की. अपनी सफलता पर जितेंद्र ने कहा कि माता-पिता और पूरे परिवार का आशीर्वाद और विश्वास तथा स्थापित लक्ष्य की ओर उनकी मेहनत का सफलता में बड़ा हाथ है. वे फिलहाल गांव में ही हैं.
पहले प्रयास में ही रेशमा रेखा मिंज और श्रेयांस को मिली सफलता
गढ़वा : गढ़वा जिला अंतर्गत बड़गड़ स्थित उगरा गांव निवासी सुश्री रेशमा रेखा मिंज को पहले प्रयास में ही सफलता मिली है. बड़गड़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन कुमार भारती ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में रेशमा रेखा मिंज के छठी जेपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर सम्मानित किया. इस मौके पर बीडीओ भारती ने कहा कि रेशमा का इस पद पर चयनित होना पूरे प्रखंड क्षेत्र के लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि युवाओं को कोई भी काम द्वेष की भावना को त्याग कर करनी चाहिए. इस मौके पर समाजसेवी जयप्रकाश मिंज, संदीप गुप्ता, संदीप मिंज, प्रखंड कर्मी वीरेंद्र कुमार मांझी, मोजेश किस्पोट्टा आदि सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
गढवा शहर के बाजार पथ निवासी श्रेयांस ने भी अपने प्रथम प्रयास में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित छठी संयुक्त असैनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा 2016 में सफलता प्राप्त की है. इनका चयन प्रशासनिक सेवा संवर्ग में हुआ है. वर्तमान में श्रेयांस पूर्णिया विश्वविद्यालय (बिहार) में असिस्टेंट प्रोफेसर(इतिहास) के पद पर कार्यरत हैं. इन्होंने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा गढवा से ही प्राप्त की है. स्नातक एवं स्नातकोत्तर की शिक्षा काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी से प्राप्त किया है. वर्तमान में बीएचयू से प्रो मालविका रंजन के निर्देशन में शोध कार्य भी कर रहे हैं.
श्रेयांस एसएसजेएस नामधारी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य स्वर्गीय डॉ सुरेन्द्र प्रसाद वर्मा के छोटे सुपुत्र हैं. अपनी सफलता का श्रेय स्वर्गीय पिता के पुण्य कर्मों एवं मां लता वर्मा के स्नेह को दिया है. अपने विद्यार्थी काल में श्रेयांस एक दैनिक के लिए कई वर्षों तक पत्रकारिता भी किये हैं.
फैजान सरवर ने गोमिया क्षेत्र का नाम किया रोशन
नागेश्वर
बोकारो : गोमिया प्रखंड अंतर्गत साडम सौदागर मोहल्ला निवासी पूर्व स्वतंत्रता सेनानी स्व यासीन अंसारी के पोता फैजान सरवर ने छठी जेपीएससी परीक्षा में सफलता पाकर गोमिया प्रखंड का नाम रोशन किया है. श्री फैजान के पिता बदर यासीन टीटीपीएस परियोजना में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं. फैजान सरवर की प्रारंभिक शिक्षा आरबीपी हाइस्कूल, तेनुघाट से की. इसके अलावा गोस्नर कॉलेज, रांची से इंटर और जामिया मिलिया इस्लामिया, नयी दिल्ली से पोस्ट ग्रेजुएट की शिक्षा प्राप्त की.
फैजान सरवर की इस सफलता पर टीटीपीएस के जीएम सह मुख्य अभियंता घनश्याम कुमार व झारखंड आदोलकारी व भाकपा नेता इफ्तेखार महमूद ने बधाइ दी है. वहीं इस सफलता पर श्री सरवर ने कहा प्रत्येक विद्यार्थियों को मिशन के तहत पढ़ाई करने से निश्चित ही सफलता मिलती है. कहा कि हर समय प्रयास करते रहें. सफलता अवश्य मिलेगी. उन्होंने इस सफलता के पीछे पिता बदर यासीन व मां के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों का सहयोग बताया. साथ ही निरंतर उच्च शिक्षा भी इसमें काफी सहयोग किया.