डीएमएफटी की 70 फीसदी राशि प्रभावित क्षेत्रों में खर्च हो : सांसद
डीएमएफटी की 70 फीसदी राशि प्रभावित क्षेत्रों में खर्च हो : सांसद
गांधीनगर. जनता मजदूर संघ की ओर से शुक्रवार की शाम को कुरपनिया स्थित सामुदायिक भवन में समारोह आयोजित कर गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी को सम्मानित किया गया. बंगाली, सिख, चित्रगुप्त और अल्पसंख्यक समाज द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया. मौके पर सांसद ने कहा कि कोयलांचल क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार घट रहे हैं. रोजगार सृजन के लिए प्रयासरत रहे हैं. कोयला जनित उद्योग को लेकर सरकार के समक्ष कई प्रस्ताव भी रखा गया है. उन्होंने कहा कि विस्थापित रैयतों की समस्याओं को लेकर आंदोलन किया गया था. इसके बाद डीवीसी व सीसीएल के वरीय अधिकारियों से वार्ता हुई थी. वार्ता के बिंदुओं पर पहल की जा रही है या नहीं, इसको लेकर गंभीर है. उन्होंने कहा कि मजदूरों की समस्याओं की बात एक प्लेटफार्म पर हो, ताकि उसका निदान हो सके. कोयला क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने को लेकर प्रयास हो रहा है. डीएमएफटी व दिशा की बैठक में भी कई महत्वपूर्ण बातों को रखा. डीएमएफटी की 70 फीसदी राशि प्रभावित क्षेत्रों के विकास में खर्च करने की बात कही. साथ ही इस फंड का उपयोग रोजगारोन्मुखी योजनाओं के लिए भी करने की बात कही है. कहा कि विगत कुछ दिनों से डीएमएफटी फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है. यह फंड केंद्र सरकार द्वारा प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए खर्च करने के लिए दिया जाता है. इसलिए फंड का ज्यादा उपयोग इस क्षेत्र के विकास में होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को अधिकारियों द्वारा सम्मान नहीं देने की बात सामने आयी है. डीएमएफटी तथा दिशा की बैठक में यह मामला उठाया है. जनप्रतिनिधि अपनी बातों तथा समस्याओं को बेखौफ रखें.भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष जगन्नाथ राम ने कहा कि यहां रोजगार सृजन को लेकर बृहद पैमाने पर कार्य करने की जरूरत है. सहारा इंडिया में गरीबों का पैसा निवेश है और उन्हें पैसा वापस नहीं मिल रहा है. इस मामले को संसद में उठाएं.
बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अनुशंसित योजनाओं पर डीएमएफटी फंड से कार्य होता है, मगर योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रम में स्थानीय मुखिया व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जाती है. क्षेत्र में असंगठित मजदूरों को रोजगार कैसे मुहैया हो, इस पर गहन विचार की जरूरत है.स्वागत संबोधन में जिप सदस्य व यूनियन के सीसीएल जोनल एवं क्षेत्रीय सचिव टीनू सिंह ने कहा कि मजदूरों की समस्याओं को लेकर गंभीरता पूर्वक पहल होनी चाहिए. सीसीएल प्रबंधन का ध्यान सिर्फ कोयला उत्पादन पर है, मजदूरों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. कहा कि लोकल सेल में सीसीएल प्रबंधन द्वारा कोयला नहीं दिये जाने से ट्रक ऑनर, डीओ होल्डर व लोडिंग मजदूरों के समक्ष गंभीर स्थिति उत्पन्न हो रही है. वर्तमान स्थिति में युवा पलायन को विवश हैं, जिसे रोकने की जरूरत है.
इस अवसर पर यूनियन की ओर से सांसद को समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन भी दिया गया. कार्यक्रम को यूएमएफ के प्रदेश महासचिव अफजल अनीश, यूनियन के ढोरी एरिया सचिव विकास सिंह, एकेके ओसीपी शाखा सचिव संतोष कुमार ,जयलाल महतो ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता व संचालन यूनियन के खुर्शीद अख्तर और धन्यवाद ज्ञापन भाजपा नेता सुरेंद्र स्वर्णकार ने किया.ये थे उपस्थित
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आजसू के केंद्रीय सचिव वुचू सिंह, संतोष महतो, दीपक महतो, मुखिया कविता सिंह, आरती कुमारी, देवंती देवी, मालती सिंह, पुष्पा देवी, सीमा महतो, पंसस शंभू कुमार सोनी, नारायण महतो, प्रतिनिधि रॉबिन कसेरा, बेरमो सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष गुरमीत सिंह, सचिव अमृतपाल सिंह, कमल सिंह, इंद्रजीत सिंह, डीके मलिक, तापस मुखर्जी, मैनाक मुखर्जी, गौतम भट्टाचार्य, देवाशीष बनर्जी, चंदन बनर्जी, पार्थो चौधरी, राकेश सिन्हा, संजय सिंह, आनंद सिंह, ईश्वर पासवान, प्रदीप साव, धनेश्वर महतो, संजय बोरा, नीरल कुमार, टिंकू निषाद ,जितेंद्र निषाद, विनोद कुमार, देव कुमार, टीपू महतो, हेमंत हसदा, वीरू हरि, शेखर सिंह, अमरजीत सिंह, राम पुकार राम, भूषण कुमार, कमलेश प्रसाद, सत्येंद्र सिंह, धनंजय कुमार, नवीन श्रीवास्तव, तरसेम सिंह, प्रकाश महतो, अहमद हुसैन आदि. कार्यक्रम में काफी संख्या में यूनियन से जुड़े सदस्यों व प्रतिनिधियों के अलावे क्षेत्र के कई पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल हुए वहीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है