पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा बनी ”फुलवारी”

बोकारो : बच्चों व अभिभावकों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए शनिवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल में ‘नर्चरिंग नेचर-एक पौध प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता’ आयेजित हुई. ‘फुलवारी’ शीर्षक से आयोजित इस प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता में एक हजार से अधिक प्रविष्टियां आयी. बच्चों व उनके अभिभावकों की ओर से प्रेषित विभिन्न तरह के फूल-पौधों में कई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2016 5:53 AM

बोकारो : बच्चों व अभिभावकों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए शनिवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल में ‘नर्चरिंग नेचर-एक पौध प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता’ आयेजित हुई. ‘फुलवारी’ शीर्षक से आयोजित इस प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता में एक हजार से अधिक प्रविष्टियां आयी. बच्चों व उनके अभिभावकों की ओर से प्रेषित विभिन्न तरह के फूल-पौधों में कई औषधीय पौधे भी शामिल थे. कुछ बच्चों व अभिभावकों ने पौधाें के साथ फूल-पौधों से संबंधित अपनी भावनाएं भी लिख कर प्रकट की थी. स्लोगन, कविताएं सहित संबंधित पौधों की विशेषताएं बताते प्रेरक शब्द सभी को पर्यावरण की सुरक्षा को संदेश दे रहे थे.

प्रदर्शनी का अवलोकन बच्चों के साथ उनके अभिभावकों ने भी किया. सभी ने विद्यालय के इस प्रयास की सराहना की. पौधों की उत्कृष्टता अर्थात स्वास्थ्य, मिट्टी, बनावट व उसके आर्थिक महत्व के आधार पर निर्णायकों ने पुरस्कार के लिए पौधों का चयन किया. निर्णायकों में कृषि विज्ञान केन्द्र, बोकारो के प्रमुख व वरिष्ठ वैज्ञानिक उदय कुमार सिंह व वैज्ञानिक (बागवानी) डॉ अनिल कुमार शामिल थे.

डीपीएस बोकारो की निदेशक व प्राचार्या डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा : बच्चों व उनके अभिभावकों को पर्यावरण व धरती की रक्षा के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से विद्यालय द्वारा हर वर्ष इस तरह की प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है. बच्चे व उनके अभिभावक जिस पौधे को गोद लेते हैं, उसे स्नेह के साथ पालते हैं. उन पौधों की प्रदर्शनी लगायी जाती है और उनमें से उत्कृष्टता के आधार पर कुछ को पुरस्कृत भी किया जाता है. कहा : पर्यावरण व धरती की सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरुकता जरूरी है.

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