बीएसएल के तकनीकी प्रशिक्षण की घोषणा से विस्थापित युवाओं में हर्ष, दूर होतय बेरोजगारी, मिलतय अब रोजगार…
बोकारो: दूर होतय बेरोजगारी… मिलतय अब रोजगार… अब हम बेरोजगार नाय रहबो… यह कहना है विस्थापित गांव के युवाओं का. बोकारो के विस्थापित परिवार के नौजवानों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर उनके लिए रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बीएसएल ने सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट), भुवनेश्वर के साथ […]
बोकारो: दूर होतय बेरोजगारी… मिलतय अब रोजगार… अब हम बेरोजगार नाय रहबो… यह कहना है विस्थापित गांव के युवाओं का. बोकारो के विस्थापित परिवार के नौजवानों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर उनके लिए रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बीएसएल ने सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट), भुवनेश्वर के साथ एक करार किया है.
विस्थापित परिवार के नौजवानों को प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर सिपेट के माध्यम से प्लास्टिक व समवर्गी उद्योग में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे. एमओयू के तहत बीएसएल विस्थापित परिवार के नौजवानों को सिपेट, भुवनेश्वर में प्लास्टिक प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, टेस्टिंग एंड क्वालिटी कंट्रोल व माइक्रोप्रोसेसर बेस्ड इंजेक्शन मोल्डिंग प्रोसेस एंड ट्रबल शूटिंग विषय पर छह माह की अवधि का आवासीय प्रशिक्षण करायेगी.
नि:शुल्क प्रशिक्षण बीएसएल के सीएसआर के तहत कराया जा रहा है. प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोकारो के विस्थापित परिवारों के 18-35 आयु वर्ग के बेरोजगार नौजवान शामिल हो सकेंगे. कुल अस्सी उम्मीदवारों का चयन होगा. इससे विस्थापित गांव के युवाओं में हर्ष का माहौल है.