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प्रमुख ने किया अस्पताल का निरीक्षण

कसमार : कसमार प्रमुख विजय किशोर गौतम ने गुरुवार को कसमार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया़ इस दौरान अस्पताल में मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं व समस्याओं की जानकारी ली़ निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल में चिकित्सक की भारी कमी हो गयी है़ वर्तमान समय में चिकित्सा प्रभारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 4:43 AM

कसमार : कसमार प्रमुख विजय किशोर गौतम ने गुरुवार को कसमार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया़ इस दौरान अस्पताल में मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं व समस्याओं की जानकारी ली़ निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल में चिकित्सक की भारी कमी हो गयी है़ वर्तमान समय में चिकित्सा प्रभारी डॉ नबाव, डॉ केके शर्मा व कुंदन राज पदस्थापित हैं.

इनमें से डॉ कुंदन राज का अन्यत्र स्थानांतरण हो चुका है़ डॉ अनिता चौधरी का स्थानांतरण पहले ही बेरमो हो गया है़ कसमार प्रखंड में एक भी महिला चिकित्सक नहीं है़ इससे अस्पताल की ओपीडी सेवा व रात्रि सेवा पर प्रतिकूल असर पड़ने लगा है़ प्रमुख ने जिले के सिविल सर्जन से इस मामले को लेकर बातचीत की व चिकित्सक की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही चिकित्सा सेवा को दुरूस्त करने की मांग की़ निरीक्षण के दौरान प्रभारी डॉ नवाब ने बताया :

कसमार प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों को मदद करने के लिए 67 सहिया अलग-अलग गांवों में कार्यरत है़ एक्सरे मशीन कई वर्ष पूर्व अस्पताल में आयी है, लेकिन ऑपरेटर की कमी के कारण अब तक चालू नहीं हो सकी है़ अन्य समस्याओं से भी अगवत कराया़ मौके पर सांसद प्रतिनिधि यदुनंदन जायसवाल भी मौजूद थे़

भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं महाकाल भैरव
भोजुडीह. चंदनिकयारी प्रखंड मुख्यालय से 12 किमी दूर उत्तर पूर्व में भोजुडीह इजरी नदी के किनारे स्थित महाकाल भैरव धाम इस क्षेत्र के श्राद्धालुओं का आस्था का केन्द्र है. जो भक्त सच्चे मन से महाकाल भैरव के दरबार मे आता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता. उसकी हर मनोकामना को पूर्ण करते है बाबा भैरव नाथ. दूर दराज से आने वाले श्राद्धालुओं का तांता यहां सालों भर लगा रहता है.
लोगों का मानना है कि गुप्त शिव गंगा जलकुंड से निकलने वाली धारा सदियों से बह रही है. कुंड के बारे मे कहा जता है : महाभारत काल में जब पांडव अज्ञातवास में थे, तो इसी रास्ते से गुजरे थे. उस दौरान माता कुंति को प्यास लगी थी, उनकी प्यास बुझाने के लिए धनुर्धर अर्जुन ने अपने बाण से एक गुप्त गंगा बहा दी थी. मंदिर के पूजारी सुधीर ठाकुर के मुताबिक कुंड से सालों भर एक समान जल धारा बहती रहती है.
कहा जाता है कि इस जल के नित्य सेवन से पेट की सभी प्रकार की बीमारी ठीक हो जाती है. राज्य के भूराजस्व सह खेल सास्कृति व पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने भैरव धाम को पर्यटन स्थल घोषित कराकर भैरव धाम का विकास झारखंड के मुलाटी, कोणार्क व भद्रकाली मंदिर की तर्ज पर करने का भरोसा दिया है. इसको साकार रूप देने के लिए आगामी 26, 27 व 28 को मार्च को यहॉ भव्य भैरव महोत्सव मनाया जायेगा. इसकी तैयारी जिला प्रशासन द्वारा करायी जा रही.

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