न अच्छे गीत लिखे जा रहे न गाये जा रहे : कुमार शानू

मौजूदा दौर का आने वाली पीढ़ियों पर होगा बुरा असर धनबाद : मशहूर पार्श्व गायक कुमार शानू का कहना है कि अब हिंदी फिल्मों में वल्गर गानों का दौर चला है. पहले के फिल्मों में एकाध आइटम सांग हुआ करता था, लेकिन अब तो फिल्मों में सभी के सभी गाने आइटम सांग रहते हैं. न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 4:56 AM

मौजूदा दौर का आने वाली पीढ़ियों पर होगा बुरा असर

धनबाद : मशहूर पार्श्व गायक कुमार शानू का कहना है कि अब हिंदी फिल्मों में वल्गर गानों का दौर चला है. पहले के फिल्मों में एकाध आइटम सांग हुआ करता था, लेकिन अब तो फिल्मों में सभी के सभी गाने आइटम सांग रहते हैं. न तो अच्छे गाने लिखे जा रहे हैं और न ही गाये जा रहे हैं. वल्गर गाना गाने वाले भी जल्द समय में ज्यादा से ज्यादा रुपया कमाने में लगे हुए है. हनी सिंह का गाना नहीं सुना है! एक गाना लुंगी डांस सुना था, लेकिन अब तो समझ में भी नहीं आ रहा है कि क्या गा रहे हैं. यदि इसी तरह का दौर चला तो आने वाली पीढ़ी पर बहुत बुरा असर पड़ने वाला है.
अभी की अधिकांश फिल्म भी अपराध से जुड़ी होती है. उसका भी बहुत खराब असर पड़ने वाला है. कुमार शानू चंदन कियारी में आयोजित भैरव महोत्सव में शामिल होने आये हैं. रविवार को धनबाद के होटल कुकुन में विश्राम के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की.
कुछ नया नहीं होता
लगातार पांच बार के फिल्म फेयर विजेता कुमार शानू ने बताया कि कई तरह के रियलिटी शो होते हैं. साल में दर्जन भर से ज्यादा सिंगर निकलते हैं, लेकिन वह कुछ नया नहीं करते. वह किसी न किसी सिंगर की नकल करते हैं और इसी कारण उन्हें मुकाम हासिल नहीं हो पाता. जबकि भारत में कई तरह के फोक गाने हैं. कई कलाकारों ने आज बॉलीवुड में अपनी छाप छोड़ी है. सिंगर का कोई मजहब नहीं होता, यदि वह अच्छा गाना गायेंगे तो उन्हें मौका जरूर मिलता है. मुझे अपना गाया सबसे पसिंदीदा गाना है.. जब कोई बात बिगड़ जाये , जब कोई मुश्किल पड़ जाये, तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज…

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