बोकारो : हाथ-पैर बांध कर मासूम बच्ची को गर्म बालू में फेंका

गोमिया : इस चिलचिलाती धूप में एक चार साल की बच्ची के हाथ-पांव रस्सी से बांध कर गर्म बालू पर फेंक दिया गया. मानवता को शर्मसार करने यह घटना गुरुवार को गोमिया के महुआटांड़ थाना क्षेत्र की है. आइयर गांव के पास डैम किनारे यह मासूम बच्ची मिली. बच्ची कड़ी धूप में घंटों तक चिखती-चिल्लाती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2016 8:43 PM

गोमिया : इस चिलचिलाती धूप में एक चार साल की बच्ची के हाथ-पांव रस्सी से बांध कर गर्म बालू पर फेंक दिया गया. मानवता को शर्मसार करने यह घटना गुरुवार को गोमिया के महुआटांड़ थाना क्षेत्र की है. आइयर गांव के पास डैम किनारे यह मासूम बच्ची मिली. बच्ची कड़ी धूप में घंटों तक चिखती-चिल्लाती और छटपटाती रही.

आइयर गांव के ही राजेश मुरमू ने बच्ची की जान बचायी. वह अपनी मां के साथ डैम किनारे खेत में गेहूं काट रहा था. दिन के करीब 10 बजे वह डैम किनारे पानी लाने गया तो बच्ची के रोने की आवाज सुनी. आवाज की तरफ गया तो रेत में पड़ी बच्ची और उसकी हालत देख सन्न रह गया. उसने अपनी मां को बुलाया और बच्ची को उठाकर खेत में बनी झोंपड़ी में ले गया. बच्ची के हाथ-पैर खोल कर उसे सत्तू पिलाया. इसके बाद बच्ची हाथ-पैर हिलाने लगी. बाद में राजेश उसे अपने घर ले गया. इलाज के चार-पांच घंटे के बाद बच्ची बोलने लगी. वह आइयर गांव की है और उसका नाम किरण है. इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद ऑल इंडिया मांझी परगना महल के जिला संयोजक अनिल हांसदा ने बच्ची के माता-पिता को खोज कर ग्रामीणों की बैठक में हाजिर किया.
सौतेली मां को देख भागने लगी बच्ची बैठक में बच्ची अपने पिता को देख कर रोने लगी. सौतेली मां को देख कर सहम गयी और वहां से भागने की कोशिश करने लगी. ग्रामीणों ने इस घटना को समाज के लिए कलंक बताया. हालांकि उसके माता-पिता ने इस तरह की घटना से इनकार कर दिया. ग्रामीणों के अनुसार बच्ची के साथ मारपीट की जाती थी. फिलहाल बच्ची को समाज ने अपने पास रखा है. ग्रामीणों ने उपायुक्त से बच्ची को गोद लेकर उचित शिक्षा दिलाने की मांग की है. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अनिल हांसदा, पंसस शांति हांसदा, रेहाना खातून, याकूब अंसारी, दिनेश करमाली, उर्मिला देवी, दिलीप सोरेन, मुख्तार अंसारी, संजय किस्कू आदि मौजूद थे.

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