जलसंकट से निबटने की तैयारी

उपायुक्त राय महिमापत रे की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय में पेयजल समस्या से निबटने को लेकर बैठक हुई. उपायुक्त ने प्रशासनिक अधिकारियों और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों को कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया. बोकारो : बैठक में उपायुक्त ने कहा कि इस भीषण गर्मी में जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है. ऐसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2016 8:58 AM
उपायुक्त राय महिमापत रे की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय में पेयजल समस्या से निबटने को लेकर बैठक हुई. उपायुक्त ने प्रशासनिक अधिकारियों और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों को कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया.
बोकारो : बैठक में उपायुक्त ने कहा कि इस भीषण गर्मी में जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है. ऐसी स्थिति में हमें योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है.
बैठक में डीपीएलआर, निदेशक भीष्म कुमार, बियाडा सचिव एसएन उपाध्याय, अपर नगर आयुक्त संदीप कुमार, चास एसडीओ मंजु रानी स्वांसी, बेरमो एसडीओ कुंदन कुमार, डीपीआरओ रवि कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार, कार्यपालक अभियंता पेयजल व स्वच्छता, चास व तेनुघाट के अलावा बीएसएल, इलेक्ट्रो स्टील, टीटीपीएस, सीटीपीएस, डीवीसी, बीसीसीएल, बीएंडके सीसीएल (करगली) के पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
27 अप्रैल को कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश
डीसी ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों को निर्देश दिया कि वे सीएसआर के तहत जल संकट से निबटने के लिए कार्य करें. इसकी कार्य योजना तैयार कर 27 अप्रैल को आयोजित बैठक में प्रस्तुत करें.
टैंकर से जलापूर्ति का निर्देश
डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में पेयजल समस्या कि सूचना प्राप्त होती है, वहां तत्काल टैंकरों से पानी पहुंचाया जाये. इसकी आपूर्ति के लिए किसी भी स्तर से लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी.
जिला समन्वयक बनाये गये
पेयजल समस्या से निबटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों की निगरानी के लिए अपर नगर आयुक्त, चास नगर निगम को जिला समन्वयक प्रतिनियुक्त किया गया है.
जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देशित किया गया है कि वे वैसे स्कूलों की सूची तत्काल उपलब्ध कराये, जहां चापाकल मरम्मत कराना है या नया चापाकल लगाना है. तालाब के गहरीकरण, डोभा निर्माण का निर्देश दिया गया. डीसी ने कार्यपालक अभियंता पेयजल व स्वच्छता, चास व तेनुघाट को निर्देशित किया कि वैसे चापाकलों की सूची स्थल विवरण के साथ उपलब्ध कराये, जिनकी तत्काल मरम्मत करायी गयी है.
इस संदर्भ में फुसरो नगर परिषद की ओर से जानकारी दी गयी कि 300 चापाकलों की मरम्मत, 50 नये चापाकल व 10 एचवाइडीटी प्रस्तावित है.
जल बचाओ-जल बचाओ… लेकिन पानी बचाने की यह सोच इस कदर हावी नहीं होनी चाहिए कि पानी के लिए किसी को घंटों इंतजार करना पड़े. ऐसा हो रहा है बीएसएल एलएच स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में. सरकारी चापाकल में ताला लगा कर प्यासे को पानी की पहुंच से दूर रखा जा रहा है. आंगनबाड़ी के समयानुसार ही चापाकल का ताला खोला जाता है. केंद्र के बंद होते ही चापाकल सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह जाता है. लोगों को पानी भरने के लिए सेविका का इंतजार करना पड़ता है. क्षेत्र में पानी की गंभीर समस्या है. ऐसे में चापाकल पर पहरा लोगों के लिए मुसीबत बन रही है.

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