चितरपुर (शंकर पोद्दार) : झारखंड के रास्ते ट्रक में भरकर बिहार से पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे 44 मवेशियों को रामगढ़ की पुलिस ने जब्त कर लिया है. साथ ही 8 मवेशी तस्करों को गिरफ्तार भी किया है. रामगढ़ जिला पुलिस ने रविवार अहले सुबह चितरपुर के चट्टी बाजार के समीप मवेशियों से भरे इस ट्रक (NL01L 4730) को जब्त किया है.
ट्रक में 45 मवेशियों को भरकर औरंगाबाद से पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था. रामगढ़ एसपी को इसकी सूचना पहले ही मिल गयी. सूचना मिलने के बाद एसपी ने डीएसपी (मुख्यालय) प्रकाश सोय के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. इसी टीम ने रविवार तड़के 4:30 बजे रामगढ़-बोकारो मार्ग के चितरपुर के समीप एक ट्रक को सड़क के बीचोबीच खड़ा कर दिया और मवेशी लदे ट्रक को रोका.
वाहन में सवार चालक, उपचालक सहित आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मवेशियों से भरे ट्रक को जब्त कर रजरप्पा थाना ले गयी. वहां मवेशियों को ट्रक से बाहर निकाला गया. वाहन चालक ने बताया कि ये लोग औरंगाबाद से मवेशियों को पश्चिम बंगाल ले जा रहे थे. उसने बताया कि मालिक आरिफ खान के कहने पर डाल्टेनगंज में पैसा देकर झारखंड-बंगाल बॉर्डर में पैसा देकर वहां घुसते थे.
Also Read: झारखंड की 36 जातियों को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने के प्रस्ताव को सीएम हेमंत सोरेन ने दी मंजूरी, राज्य के लोगों को होगा ये लाभपशुओं की तस्करी की सूचना पर रामगढ़ जिला की पुलिस शनिवार की आधी रात से ही कई जगहों पर तैनात थी. पुलिस ने चारों ओर से जाल बिछाकर मवेशियों से भरे ट्रक को जब्त किया. पुलिस की टीम रामगढ़ के कोठार, गोला, चितरपुर, कुजू, मांडू के अलावा सिकिदिरी के समीप तैनात थी.
जैसे ही यह ट्रक कोठार पुल के समीप पहुंचा, डीएसपी (मुख्यालय) ने वाहन का पीछा करना शुरू किया. इसके बाद चितरपुर के समीप वाहन को पकड़ा गया. छापामारी टीम में रजरप्पा थाना के इंस्पेक्टर बिनोद कुमार मुर्मू, गोला थाना के इंस्पेक्टर संजय गुप्ता, थाना प्रभारी धनंजय प्रसाद, रजरप्पा थाना के एसआइ कमलेश सिंह, एसआइ सैनिक समद सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल थे.
मवेशी लदे वाहन को जब्त कर चालक मो अजहरुद्दीन, उप चालक मो शाहनवाज के अलावा ब्रह्मदेव यादव, कर्मदेव यादव, भोला यादव, सुरेंद्र यादव, सुनील यादव, बैकुंठ यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
Also Read: गांव नहीं है झारखंड के सारंडा जंगल में बसा ‘रांगरिंग’, रोचक है इस गांव के बसने का इतिहासडीएसपी (मुख्यालय) प्रकाश सोय ने बताया कि पिछले कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि रजरप्पा व गोला थाना होकर तस्करी के लिए पशुओं को ले जाया जा रहा है. इसके बाद एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया. रात्रि 11 बजे से ही पुलिस की टीम चितरपुर, गोला, कोठार व सिकिदिरी के समीप तैनात थी.
पिछले वर्ष पशु तस्करी की सूचना मिलने पर तत्कालीन एसपी ने वाहन का पीछा किया था. उस समय तस्करों ने एसपी के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की, जिसमें वे बाल-बाल बच गये थे. बाद में पशुओं से भरे वाहन को बरलंगा थाना के समीप पकड़ा गया था.
Posted By : Mithilesh Jha