आइआरएस बनना चाहती है सलोनी चौहान

आर्ट्स में 94.2 प्रतिशत के साथ जिला में प्रथम स्थान चिन्मय विद्यालय 05 की छात्रा है सलोनी बोकारो : समाज में भ्रष्टाचार है, खास कर आर्थिक क्षेत्र के लिए भ्रष्टाचार अभिशाप से कम नहीं है. इसे दूर किये बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है. यह कहना है सलोनी चौहान का. सलोनी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2016 8:42 AM
आर्ट्स में 94.2 प्रतिशत के साथ जिला में प्रथम स्थान
चिन्मय विद्यालय 05 की छात्रा है सलोनी
बोकारो : समाज में भ्रष्टाचार है, खास कर आर्थिक क्षेत्र के लिए भ्रष्टाचार अभिशाप से कम नहीं है. इसे दूर किये बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है. यह कहना है सलोनी चौहान का.
सलोनी ने आर्ट्स में 94.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिला में टॉप स्थान पर कब्जा जमाया है. वह यूपीएससी क्रेक कर रेवन्यू सर्विस में कॅरियर बनाना चाहती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित सलोनी हर दिन सात से आठ घंटा सेल्फ स्टडी करती थी. वह सफलता का श्रेय अभिभावक व स्कूल शिक्षकों को देती है. बताती हैं : सफलता का सिर्फ एक ही रास्ता है, जो कठिन मेहनत के बदौलत मिल सकता है. सलोनी चिन्मय विद्यालय-05 की छात्रा है. बताती हैं : पढ़ाई के अलावा एक्शन फिल्म देखना पसंद करती है. सलमान खान का सामाजिक कार्य आकर्षित करता है.
अंगरेजी ने किया निराश : सलोनी बताती हैं : परिणाम उम्मीद के मुताबिक रहा, लेकिन अंगरेजी ने निराश किया. सलोनी को इतिहास में 95, समाजशास्त्र में 95, राजनीति शास्त्र में 98 व शारिरीक शिक्षा में 97 अंक आये हैं. जबकि अंगरेजी में सलोनी का 81 अंक प्राप्त किया है. बताती हैं : पिन प्वाइंटेड होकर पढ़ाई करती थी. एक ही मकसद होता था, परीक्षा में बेहतर करना. ताकि अभिभावकों का नाम रोशन किया जा सके. सलोनी खाली समय में सामाजिक व राजनीतिक विषयों पर आलेख भी लिखती हैं. खास कर चुनाव के समय हो रहे सामाजिक नारों के परिवर्तन पर सलोनी खास निगाह रखती है. सलोनी के पिता सतीश कुमार सिंह भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पटना में कार्यरत हैं, जबकि मां कंचन सिंह गृहिणी हैं.

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