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राजेश सिंह और आरजू के संपर्क में था सर्वानंद पांडेय

लवली हत्याकांड. पुलिस जांच में आ रहे हैं कई तथ्य सामने रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी की हत्या के मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. बोकारो : लवली तिवारी हत्याकांड में न्यायिक हिरासत में जेल गये सर्वानंद पांडेय उर्फ धोती पांडेय राजेश सिंह के अलावे […]

लवली हत्याकांड. पुलिस जांच में आ रहे हैं कई तथ्य सामने

रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी की हत्या के मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
बोकारो : लवली तिवारी हत्याकांड में न्यायिक हिरासत में जेल गये सर्वानंद पांडेय उर्फ धोती पांडेय राजेश सिंह के अलावे आरजू मल्लिक के संपर्क में था. बोकारो के रेलवे ठेकेदारी को मैनेज करने के काम में शहनवाज और आरजू को सर्वानंद पांडेय ही लाया था. हाल के दिनों में वह राजेश सिंह के लगातार संपर्क में था. अभी तक की पुलिसिया जांच में यह बात सामने आयी है. पुलिस के मुताबिक सर्वानंद पांडेय रेलवे टेंडर मैनेज कराने वाले सभी लोगों के संपर्क में रहता है.
लवली तिवारी से लिया था कर्ज : सर्वानंद पांडेय ने पुत्री के शादी के समय लवली तिवारी से कुछ कर्ज लिया था. पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों के बीच अनबन भी हो गयी थी. दोनों में बातचीत तक बंद हो गयी थी. लगभग एक माह से पांडेय पुन: लवली से संपर्क में था.
इस बिंदु पर भी चल रही जांच : जनवरी में हुए रेलवे टेंडर को मैनेज करने के एवज में बोकारो के वीरेंद्र सिंह और आरजू लवली तिवारी से परसेंटेज मांग रहे थे. लवली ने दोनों को ही पैसा नहीं दिया था. इसी बीच वीरेंद्र सिंह की हरला थाना इलाके में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. इसके बाद आरजू पुन: लवली से परसेंटेज मांग रहा था. लवली ने उसे कुछ पैसा भी दिया. वीरेंद्र हत्याकांड में पुलिसिया दबाव के बाद आरजू फरार हो गया. पुलिस जांच में ये भी बात सामने आयी कि लवली तिवारी टेंडर मैनेज करा कर पैसा देने में विभिन्न गिरोहों से आनाकानी करता था.
पुलिस इस बिंदु पर भी छानबीन कर रही है.
धूमल का शागिर्द रह चुका है राजेश
राजेश के खिलाफ बोकारो में भले ही मामला दर्ज नहीं है, लेकिन उसका बोकारो से पुराना नाता है. वह एक समय बोकारो में वर्चस्व रखने वाले बिहार के बाहुबली विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह के साथ रह चुका है. उसे बोकारो में रेलवे टेंडर व लोहा के धंधे के बारे में जानकारी है.
बोकारो एसपी वाइएस रमेश ने बताया वह बोकारो आता-जाता रहता है. उसके बोकारो में कई लोग भी हैं. पुलिस इस हत्याकांड को हजारीबाग सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अमरेंद्र तिवारी से भी जोड़ कर देख रही है. पुलिस का मानना है कि राजेश अमरेंद्र तिवारी के संपर्क में हो सकता है. क्योंकि वीरेंद्र सिंह की हत्या के बाद अमरेंद्र तिवारी के पास बोकारो में रेलवे का काम मैनेज करने वाला व्यक्ति नहीं है.
जल्द उद्भेदन की उम्मीद : पुलिस मामले की तह तक पहुंच गयी है. लेकिन अनुसंधान में बाधा उत्पन्न होने की बात कह कर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है. मामले के अनुसंधनकर्ता जगत मोहन राम टीम के साथ बिहार में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं. वहीं अन्य टीम भी मोकामा, जमुई आदि स्थान पर भी दबिश दे रही है.

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