वाइएस रमेश, एसपी बोकारो हावड़ा-बोकारो का एसी कोच बे-पटरी

बोकारो रेलवे स्टेशन. दो नंबर प्लेटफॉर्म से तीन नंबर पर लाने में हुई घटना दपू रेलवे बोकारो स्टेशन के जे केबिन के समीप शनिवार को अपराह्न करीब दस बजे हावड़ा बोकारो पैसेंजर ट्रेन का एसी कोच बेपटरी हो गया. इससे रेलवे का एक रूट कुछ समय के लिए बाधित हो गया. घटना में किसी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2016 8:42 AM
बोकारो रेलवे स्टेशन. दो नंबर प्लेटफॉर्म से तीन नंबर पर लाने में हुई घटना
दपू रेलवे बोकारो स्टेशन के जे केबिन के समीप शनिवार को अपराह्न करीब दस बजे हावड़ा बोकारो पैसेंजर ट्रेन का एसी कोच बेपटरी हो गया. इससे रेलवे का एक रूट कुछ समय के लिए बाधित हो गया.
घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
बालीडीह : हावड़ा से लौटने के बाद खाली गाड़ी को दो नंबर प्लेटफॉर्म से हटा कर तीन नंबर पर लगाने के लिए ट्रेन को तुपकाडीह की ओर आगे ले जाकर पीछे लौटाया जा रहा था इसी दौरान घटना हुई. सूचना मिलते ही बोकारो रेलवे के तमाम बड़े-छोटे अधिकारी एवं कर्मी घटनास्थल पर पहुंच गये. हुटर भी बजाया गया. घटना के बाद करीब डेढ़ घंटे के अंदर बेपटरी बोगी को हटा लिया गया. जानकारी के अनुसार फिलहाल दो से तीन कर्मियों पर कारवाई होने की संभावना है.
कैसे हुई घटना : बोकारो-हावड़ा को दो नंबर प्लेटफॉर्म से तीन नंबर पर लाने की जारी प्रक्रिया के दौरान घटना घटित हुई. ट्रेन को उत्तर दिशा में जाने के लिए प्वाइंट सेट कर दिया गया था, जबकि वापसी के लिए प्वाइंट सेट नहीं किया गया था. चालक दल के एसके दुबे के अनुसार केबिन से उन्हें हाथ से इशारा किया गया. इशारा मिलते ही ट्रेन को पीछे वापस किया जाने लगा. नाम नहीं बताने की शर्त पर एक रेल अधिकारी ने कहा कि प्वाइंट सेट नहीं होने से गाड़ी के पीछे से दूसरे नंबर पर स्थित एकमात्र एसी बोगी पटरी से बाहर चली गयी. नियमानुसार चालक दल के सदस्य को उतर कर प्वाइंट चेक करना चाहिए था.
एआरएम अवनीश ने कहा : घटना की जांच की जायेगी. घटना के कारण सहित दोषियों को चिह्नित किया जायेगा. जो भी दोषी पाये जायेंगे, उन पर अवश्य कार्रवाई होगी.
2014 से अब तक बोकारो में रेल दुर्घटना
बताते चलें कि इससे पहले वर्ष 2014 में 22 जून को धनबाद पैसेंजर राधागांव से खुलने के बाद बेपटरी हो गयी थी. 11 नवंबर को एक माल गाड़ी मास्ट पोल से टकरा गयी थी. इस साल के शुरुआती माह 30 जनवरी 2016 में दूध का टैंकर स्टेशन से लुढ़क कर रेलवे फाटक पहुंच गया था. 18 मई की शाम इलेक्ट्रिक शेड की ओर जाने के क्रम में लोको इंजन पटरी से नीचे उतर गयी थी. शनिवार को हुई पैसेंजर ट्रेन की घटना इस वर्ष की तीसरी घटना है, जबकि पैसेंजर ट्रेन के मामले में ये दूसरी घटना है.

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