बच्चों ने एमडीएम को ले किया हंगामा उमवि डुमरदा

तलगड़िया : स प्रखंड उत्क्रमित मवि डुमरदा (हिंदी) के बच्चों ने सोमवार को एमडीएम में आम का टुकड़ा को ले हंगामा किया. बच्चों ने आम का टुकड़ा लेने से इनकार करते हुए वार्ड सदस्यों से शिकायत की. हो-हंगामे केे बीच बच्चों ने विद्यालय के अध्यक्ष व संयोजिका पर अनियमितता का आरोप लगाया. सदस्यों को फटकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2016 6:38 AM

तलगड़िया : स प्रखंड उत्क्रमित मवि डुमरदा (हिंदी) के बच्चों ने सोमवार को एमडीएम में आम का टुकड़ा को ले हंगामा किया. बच्चों ने आम का टुकड़ा लेने से इनकार करते हुए वार्ड सदस्यों से शिकायत की. हो-हंगामे केे बीच बच्चों ने विद्यालय के अध्यक्ष व संयोजिका पर अनियमितता का आरोप लगाया.

सदस्यों को फटकार : बच्चों की शिकायत पर वार्ड सदस्य बबीता देवी, प्रतिनिधि प्रफुल्ल मोदी और नीतू देवी के प्रतिनिधि मनोज महतो ग्रामीण विद्यालय पहुंचे और मामले की जानकारी ली. उन्होंने संयोजिका व माता समिति के सदस्यों को फटकार लगायी. बच्चों की शिकायत थी कि उन्हें मेनू के हिसाब से एमडीएम नहीं मिलता. सोमवार को दाल, भात, सब्जी, अंडा समेत मौसमी फल दिया जाना था. बच्चों ने कहा : मौसमी फल के रूप में आम का टुकड़ा दिया जा रहा था. बच्चों ने जोरदार विरोध करते हुए टुकड़ा लेने से इनकार किया. कहा : पहले गोटा आम मिलता था. टुकड़ा आम नहीं लेंगे. अंडा भी टुकड़ा ही मिलता है. सोमवार को विद्यालय में 223 बच्चे उपस्थित थे, जबकि नामांकित बच्चे 297 हैं. मामले की जानकारी के बाद संकुल सीआरपी रमेश कुमार उपाध्याय विद्यालय पहुंच कर मामले की जानकारी ली. कहा : एमडीएम में गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. इसे लेकर 21 जून को विद्यालय में ग्राम शिक्षा समिति की की बैठक होगी.
विद्यालय में नहीं होती पढ़ाई : अभिभावक देवंती देवी ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने की शिकायत की. कहा : बेटी पांचवीं में पढ़ती है. अभी तक वह कुछ भी नहीं पढ़ पाती. यह शिक्षकों की लापरवाही है. ऐसे कई बच्चे हैं. विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक सोमवार को अनुपस्थित थे.
आरोप निराधार : अध्यक्ष व संयोजिका ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि बच्चों व ग्रामीणों का आरोप गलत है. बच्चों को मेनु के हिसाब से ही भोजन दिया जाता है. अध्यक्ष गिरिधारी महतो व संयोजिका रेखा देवी ने बताया कि बच्चों को सोमवार को आम दिया जा रहा है. आम बड़ा होने के कारण काट कर दिया जा रहा था. इसके पूर्व गोटा आम दिया गया है. कटा आम लेने से कुछ बच्चों ने इनकार किया तथा कुछ बच्चों ने कटे आम भी लिये थे.
अंडा भी दिया जाता है. गरमी के कारण अंडा सेवन से बच्चे बीमार पड़ रहे थे. इसलिए अंडा सप्ताह में एक दिन दिया जा रहा है. यह बच्चों की राय से हुआ है. मौसमी फल के दामों में वृद्धि हुई है. सरकार से प्रति बच्चा प्राप्त होनेवाली राशि में मैनेज कर एमडीएम को चलाया जा रहा है. आम 70-80 रुपये किलो है.

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