दो हजार युवकों का करेंगे कौशल विकास

आयोजन.’सबको हुनर, सबको काम-सबको सामाजिक सुरक्षा’ विचार गोष्ठी में बोले संग्राम ‘सबको हुनर सबको काम-सबको सामाजिक सुरक्षा’ विषयक विचार गोष्ठी सेक्टर-2 कला केंद्र में हुई. आयोजन क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने ब्रह्मा सर्विस सोसाइटी के सहयोग से किया. बोकारो : झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री समरेश सिंह, बीएसएल के जीएम-एचआरडी बी मुखोपध्याय व श्रमिक संगठनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 5:06 AM

आयोजन.’सबको हुनर, सबको काम-सबको सामाजिक सुरक्षा’ विचार गोष्ठी में बोले संग्राम

‘सबको हुनर सबको काम-सबको सामाजिक सुरक्षा’ विषयक विचार गोष्ठी सेक्टर-2 कला केंद्र में हुई. आयोजन क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने ब्रह्मा सर्विस सोसाइटी के सहयोग से किया.
बोकारो : झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री समरेश सिंह, बीएसएल के जीएम-एचआरडी बी मुखोपध्याय व श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम का उद‍्घाटन संयुक्त रूप से किया. संघ के महामंत्री संग्राम सिंह ने कहा : झारखंड की सबसे बड़ा समस्या गिरता औद्योगिक रोजगार दर है. युवाओं को रोजगार चाहिए. ये कौशल विकास के जरिये ही हो सकता है. जरूरत है भारत सरकार की योजनाओं को झारखंड की धरती पर उतारा जाये. कहा : संघ का संकल्प है कि कम से कम 2000 युवकों का कौशल विकास करके रोजगार उपलब्ध कराया जाय. समरेश सिंह ने कहा :
अगर कौशल विकास पर ध्यान दिया जाय तो बाकी बचे युवाओं का कल्याण हो सकता है. श्री सिंह ने बीआइटी-बोकारो को नेशनल स्किल डेवलपमेंट काउसिंल को दान करने की घोषणा की. रिटेल सेक्टर स्किल काउसिंल के प्रतिनिधि विनय दलाल ने कहा : आज हम रोबोट और 3 डी प्रिटिंग जैसे आविष्कारों के चलते नौकरी कम होने से डर रहे हैं, जबकि हमें भविष्य के लिए तैयारी करनी चाहिये. जर्मनी के तर्ज पर स्किल बेस एजुकेशन को लागू करना चाहिये. अभिका की अध्यक्ष मालाविका शर्मा ने कहा : महिलाओं को रोजगार झारखंड में दुर्लभ है, क्योंकि कौशल स्तर झारखंड में महिलाओं का बहुत नीचे है.
एनएसडीसी जय कांत सिंह ने कहा : शिक्षा व कौशल साथ-साथ. हमें अपनी सोच बदलनी पड़ेगी. हम अपने बच्चियों को हुनरमंद बनाने को तैयार नहीं हैं. परंतु बेरोजगार से शादी करने को तैयार हैं. फिक्की के उप निदेशक प्रवीण माणिपुरी ने कहा : सिर्फ स्कूल की पढ़ाई अच्छे रोजगार पाने के लिये काफी नहीं है. कौशल विकास पर भी ध्यान देना होगा. बीएसएल के जीएम-एचआरडी बी मुखोपाध्याय ने कहा : समय और परिस्थिति के हिसाब से बदलाव करना पड़ेगा.
गोष्ठी के दूसरे सत्र की शुरुआत करते हुए संग्राम सिंंह ने कहा : 60 साल पुरानी श्रम कानूनों को नया जामा पहनाना जरूरी है. परंतु सामाजिक सुरक्षा के हर पहलू पर विचार होना भी उतना ही आवश्यक है. पीएफकी यूनिक आइडी एक सराहनीय पहल है. संघ के अध्यक्ष भीम सिंह ने कहा : मजदूरों के न्यूनतम मजदूरी के लिये समेकित प्रयास करने की आवश्यकता है. श्रम मंत्री को हम संघ की तरफ से एल-1 की वजह से हो रही मजदूरों के शोषण से अवगत करायेंगे. इंटक प्रतिनिधि डीएन उपाध्याय ने कहा : मजदूरों को पूर्व में प्राप्त अधिकारो व सुविधाओं में कटौती हो रही है.
क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने ब्रह्मा सर्विस सोसाइटी के सहयोग से किया आयोजन
एटक के पीके पांडे ने कहा : श्रमिक संगठनों का कर्तव्य है कि मजदूरों के हक की लड़ाई लड़े. बीएमएस के एसके वर्मा ने कहा : प्रबंधन मजदूरों के हित को नजर अंदाज करती है. जनता मजदूर संघ की आशा देवी ने कहा : मजदूरों के वेतन में भेदभाव नहीं होना चाहिये. बीएमएस के केसी झा ने कहा : शिक्षा के क्षेत्र में ‘दादा’ के काम को ‘सोना’ को आगे बढायें.

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