2014 में मिले तीन नये कुष्ठ रोगी

बोकारो: बोकारो जिले में चार जगहों पर कुष्ठ कॉलोनी है. इन जगहों पर कुष्ठ से ग्रसित लोगों को परिवार सहित रखा गया है. इनका पुनर्वास सरकारी स्तर पर किया गया है. जबकि देखरेख स्वास्थ्य विभाग करता है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2014 में प्रेम नगर कॉलोनी बेरमो में कुष्ठ के तीन नये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2014 9:55 AM

बोकारो: बोकारो जिले में चार जगहों पर कुष्ठ कॉलोनी है. इन जगहों पर कुष्ठ से ग्रसित लोगों को परिवार सहित रखा गया है. इनका पुनर्वास सरकारी स्तर पर किया गया है. जबकि देखरेख स्वास्थ्य विभाग करता है.

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2014 में प्रेम नगर कॉलोनी बेरमो में कुष्ठ के तीन नये रोगी मिले हैं. जबकि अन्य तीन जगहों पर एक भी नये कुष्ठ रोगी की पहचान नहीं की गयी है. कुछ दशक पूर्व 10 हजार में आठ कुष्ठ मरीज मिलते थे. अब यह दर दशमलव पांच (.5) प्रतिशत रह गया है. पूरे राज्य की तुलना में बोकारो, जमशेदपुर में कुष्ठ के औसत मरीज 11 प्रतिशत हैं. जबकि धनबाद और रांची में 10-10 प्रतिशत. इन सबसे कम 10 प्रतिशत जमशेदपुर के हैं.

नीदरलैंड रिलीव कर रही सेवा
मंशा सिंह गेट के समीप कुष्ठ कॉलोनी (निर्मल ग्राम) में वर्तमान समय में लेप्रोसी से प्रभावित 112 लोग रहते हैं. इस वर्ष कोई नया मरीज नहीं मिला है. इनकी सेवा करने में नीदरलैंड रिलीव (डॉ एसपी सूद) व जिला कुष्ठ समिति लगी हुई है. समिति की ओर से कॉलोनी में सोलर लाइट, स्ट्रीट लाइट, पढ़ने वाले बच्चों को ड्रेस, किताब, कंप्यूटर, उच्च शिक्षा हासिल करने वाले विद्यार्थियों के लिए फीस की व्यवस्था तक उपलब्ध करायी जाती है. यहां लगातार डीएलओ डॉ राजश्री रानी, फिजियोथेरेपिस्ट मो सज्जाद आलम दौरा करते है.

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