जमुई से आरजू मल्लिक गिरफ्तार
रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह व रामू सिंह के हत्या मामले में था फरार 25 हजार का इनामी है आरजू बोकारो : रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह व उनके साला रामू की हत्या मामले में फरार 25 हजार रुपये का इनामी आरजू मल्लिक को बोकारो पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी बिहार के जमुई […]
रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह व रामू सिंह के हत्या मामले में था फरार
25 हजार का इनामी है आरजू
बोकारो : रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह व उनके साला रामू की हत्या मामले में फरार 25 हजार रुपये का इनामी आरजू मल्लिक को बोकारो पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी बिहार के जमुई थाना इलाके के अड़सार स्थित उसके रिश्तेदार के घर से हुई है. पुलिस उसे बुधवार को जेल भेजेगी. पुलिस को उसकी अन्य मामलों में भी तलाश थी. एसपी को सूचना मिली थी कि आरजू इन दिनों अपने रिश्तेदार जमाल पहलवान के घर में रह रहा है. इसके आधार पर एसपी वाइएस रमेश ने डीएसपी मुख्यालय अजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम बना कर छापेमारी के लिए जमुई भेजा.
जमुई से आरजू
टीम ने जमुई पुलिस के सहयोग से आरजू के गांव में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है.
27 जनवरी 2016 को हुई थी हत्या
27 जनवरी 2016 को हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 9 हटिया में अपराधियों ने रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह की हत्या गोली मार कर कर दी थी. गोली लगने से उनका साला रामू सिंह भी जख्मी हो गया था. बाद में इलाज के क्रम में उनकी भी मौत हो गयी थी.
घटनाक्रम एक नजर में
27 जनवरी : वीरेंद्र सिंह की हत्या.
28 जनवरी : रात में पुलिस ने आरजू को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की
16-17 फरवरी : साक्ष्य के भाव में उसे छोड़ दिया गया.
नौ मार्च : पुलिस ने मुन्ना कुमार, भूषण कुमार,मनोज पासवान व रवि कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया. तब उनके बयान से खुलासा हुआ कि आरजू ने सुपारी दी थी.
27 मई : पुलिस ने मारफारी इलाके के आजाद नगर में स्थित उसके घर की कुर्की की.
दो जुलाई : गिरफ्तारी में सहयोग करने वाले को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा.
साक्ष्य के अभाव में छोड़ा तो भाग गया
दोहरे हत्याकांड में बोकारो पुलिस ने आरजू मल्लिक को 18 दिन तक हिरासत में रखा था. लेकिन पुलिस ना तो उसे तोड़ सकी और न ही उसके खिलाफ साक्ष्य जुटा पायी. बाद में उसे छोड़ दिया. इसके बाद वह फरार हो गया. नौ मार्च 2016 को पुलिस ने वीरेंद्र सिंह की हत्या में शामिल तीन शूटर मुन्ना कुमार,
भूषण कुमार, मनोज पासवान समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. तीनों ने पुलिस को बताया कि वीरेंद्र सिंह की हत्या के लिए आरजू मल्लिक ने ही दो लाख रुपये देने की बात कही थी. हत्या से पहले 20 हजार रुपये और पिस्तौल व गोली दी थी. अपराधियों के इस बयान के बाद बोकारो पुलिस ने आरजू मल्लिक की खोज फिर शुरू की थी.