रेलवे ठेकेदार की हत्या का मामला: वीरेंद्र से डर था इसलिए मरवा दिया

बोकारो: रेलवे ठेका में वर्चस्व कायम करने के लिए वीरेंद्र सिंह की हत्या की गयी थी. अगर उसकी हत्या नहीं होती तो संभवत: वह आरजू की हत्या करवा देता. उक्त खुलासा जमुई से गिरफ्तार अारजू मल्लिक द्वारा दी गयी जानकारी से हुआ है. बुधवार को बोकारो एसपी वाइएस रमेश ने पत्रकारों को बताया वीरेंद्र सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2016 9:32 AM
बोकारो: रेलवे ठेका में वर्चस्व कायम करने के लिए वीरेंद्र सिंह की हत्या की गयी थी. अगर उसकी हत्या नहीं होती तो संभवत: वह आरजू की हत्या करवा देता. उक्त खुलासा जमुई से गिरफ्तार अारजू मल्लिक द्वारा दी गयी जानकारी से हुआ है. बुधवार को बोकारो एसपी वाइएस रमेश ने पत्रकारों को बताया वीरेंद्र सिंह हजारीबाग सेंट्रल जेल में बंद अमरेंद्र तिवारी के लिए आद्रा रेल मंडल के रेलवे ठेकेदारों का ठेका मैनेज कराता था व कमीशन वसूलता था. इसी बीच आरजू भी ठेकेदारों से ठेका के एवज में पैसा मांगने लगा. इससे वीरेंद्र को परेशानी होने लगी.

वीरेंद्र ने आरजू को सबक सिखाने की प्लानिंग की थी. इसकी जानकारी आरजू को मिल गयी. उसके बाद उसने अपने गुर्गों की मदद से वीरेंद्र की हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर नौ हटिया में उसकी हत्या करा दी. एसपी ने बताया : वीरेंद्र सिंह हत्या कांड में संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस को आरजू की बालीडीह थाना कांड संख्या 114/14 में भी तलाश थी.

दो दर्जन ठेकेदारों को धमकाया
एसपी ने बताया : आरजू फरार होने के दौरान कई अलग-अलग नंबर से बोकारो के अलावा पुरुलिया के रेलवे ठेकेदारों को धमकी दी व पैसे की मांग की. इसकी सूचना पुलिस को मिल रही थी. उसने तीन दिन पूर्व भी किसी ठेकेदार को धमकी दी था. बताते चलें कि आरजू ने घर की संपत्ति कुर्की करने के बाद सिटी डीएसपी अजय कुमार को भी कॉल कर देख लेने की धमकी दी थी. डीएसपी ने इस संबंध में सनहा भी दर्ज कराया था.
टीम को मिली इनाम की राशि
एसपी ने आरजू की गिरफ्तार करने में योगदान देने वाली टीम को घोषित इनाम की राशि 25 हजार रुपया दिया. एसपी ने कहा : टीम ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है. वांछित अपराधी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी. टीम में डीएसपी हेड क्वार्टर अजय कुमार, बालीडीह थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह, चास इंस्पेक्टर कमल किशोर, हरला थाना प्रभारी इंद्रासन चौधरी, कसमार थाना प्रभारी त्रियुगी नारायण झा, जरीडीह थाना प्रभारी एके झा, जरीडीह थाना प्रभारी पुष्पराज ओझा, टेक्निकल टीम, एसपी के क्यूआरटी टीम के सदस्य शामिल थे.

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