नोटबंदी पर पक्ष और विपक्ष में हुई नोक-झोंक

बोकारो. क्रिसेंट पब्लिक स्कूल में मंगलवार को 10वीं व 11वीं के विद्यार्थियों ने ‘बाल संसद’ का आयोजन किया. इसमें सरकार की ओर से नोटबंदी से उत्पन्न स्थिति पर गरमा-गरम बहस हुई. विपक्षी सदस्यों ने जनता की परेशानी बताते हुए सरकार की जम कर खिंचाई की. वहीं सरकार की ओर से प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री व मंत्रिमंडल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2016 8:46 AM

बोकारो. क्रिसेंट पब्लिक स्कूल में मंगलवार को 10वीं व 11वीं के विद्यार्थियों ने ‘बाल संसद’ का आयोजन किया. इसमें सरकार की ओर से नोटबंदी से उत्पन्न स्थिति पर गरमा-गरम बहस हुई. विपक्षी सदस्यों ने जनता की परेशानी बताते हुए सरकार की जम कर खिंचाई की. वहीं सरकार की ओर से प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री व मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों ने इसे सरकार का ऐतिहासिक कदम बताते हुए इसकी सराहना की. इसके फायदे गिनाते हुए आशा व्यक्त किया कि इससे आर्थिक भ्रष्टाचार व कालाधन घटेगा व आतंकवाद पर अंकुश लगेगा.

सदन की अध्यक्ष ने पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों को मिल कर संविधान की गरिमा बनाये रखने व मिल-जुल कर देश के विकास में योगदान का संकल्प दिलाया. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व दिव्यांशी व सपना ने भाव नृत्य के माध्यम से संविधान के निर्माण व देश को समर्पण का प्रदर्शन किया. संसद की कार्यवाही की शुरुआत वंदे मातरम और समापन राष्ट्रगान से हुआ.

ये विद्यार्थी हुए शामिल : संसद की कार्यवाही में आर्चीश्री, दिव्यांशी, सपना कुमारी, प्रशांत कु तिवारी, आकाश कुमार, साक्षी कुमारी, श्रुति सिंह, काजल कुमारी, रानी अग्रवाल, पीयूष कुमार, डॉली कुमारी, अंकिता कुमारी, मो जावेद, मॉसम कुमार, रियांशु कुमारी, श्रुति गुप्ता, अभिषेक कुमार सिन्हा, राहुल रंजन, सोनू दत्ता, आशुतोष कुमार मिश्रा, अपूर्वा रानी, दीपोनीता, मनिता, संदीप कुमार, अनिमेष कुमार, राहुल कुमार, शंकुतला, अंकिता विश्वास, सिद्धार्थ ने विभिन्न दलों के नेताओं का अभिनय करते हुए भाग लिया.

भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र : कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य अनिल कुमार गुप्ता ने सदन व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. युवा पीढ़ी को लोकतंत्र की कार्यप्रणाली से अवगत कराने के लिए ऐसे आयोजन जरूरी हैं. कार्यक्रम का संचालन छात्रा आयशा रहमान, मानसी कुमारी, नेहा कुमारी व पूजा ने किया. बाल संसद के आयोजन में शिक्षक बसंत कुमार मिश्रा, पंकज खंडेलवाल, मीनाक्षी व खुशबू कुमारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

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