जिला प्रशासन: लेन-देन के लिए कैशलेस बेहतर विकल्प
बोकारो: चास स्थित रामरूद्र प्लस टू स्कूल में शुक्रवार को लगभग साढ़े तीन हजार शिक्षकों को कैशलेस ट्रांजेक्शन का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षित शिक्षक अपने अपने स्कूल में बच्चों व उनके अभिभावकों को इसका पाठ पढ़ायेंगे. डीइओ के अनुसार बच्चे प्रशिक्षण के बाद अपने अभिभावकों तथा गांव के लोगों को भी ऑनलाइन तथा मोबाइल एेप […]
साथ ही समय की भी बचत होगी. इसे अपनाना जरूरी है. सभी शिक्षक अपने स्कूल के बच्चों व उनके अभिभावकों के अलावा आस- पास के लोगों को कैशलेस बनाने के लिए प्रेरित करें.
डीइओ महीप कुमार सिंह ने कहा : सरकार ने कैशलेस बनाने के लिए कई नयी स्कीम को उतारा है, जो काफी लाभप्रद हैं. अपने राज्य व राष्ट्र की बेहतरी के लिए कुछ करने का अवसर है. सभी शिक्षकगण इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले व कैशलेस झारखंड के निर्माण में अपना योगदान दे. प्रशिक्षण के दौरान प्राइमरी, मिडिल, हाइ व प्लस टू के लगभग 3500 शिक्षकों को पेटीएम के अलावे बैंक कार्ड के माध्यम से पैसा लेन देन की जानकारी उपस्थित बैंक के प्रतिनिधियों ने दी. उसके अलावा मोबाइल बैंकिंग के संबंध में भी बताया गया. बताते चलें कि शिक्षकों को कैशलेस का प्रशिक्षण देने के लिए राज्य के सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है. राज्य को एक माह में कैशलेस बनाने का लक्ष्य रखा गया है. मौके पर चास एसडीओ शशि रंजन के अलावे विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि पीओएस मशीन के साथ मौजूद थे.