विज्ञान सुख के साथ भोग बढ़ा रहा : देवप्रकाशानंद
बोकारो: मानव सभ्यता के विकास के क्रम में कई आविष्कार हुए. इस कारण एक ओर जहां सुख-सुविधा में इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी ओर विश्व जड़ता की ओर बढ़ रहा है. विलासिता व भोगवादी विचारधारा में इजाफा हुआ है. यह बात आनंद मार्ग के आचार्य देवप्रकाशानंद अवधूत ने कही. सोमवार को आनंद मार्ग प्रचारक संघ […]
बोकारो: मानव सभ्यता के विकास के क्रम में कई आविष्कार हुए. इस कारण एक ओर जहां सुख-सुविधा में इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी ओर विश्व जड़ता की ओर बढ़ रहा है. विलासिता व भोगवादी विचारधारा में इजाफा हुआ है. यह बात आनंद मार्ग के आचार्य देवप्रकाशानंद अवधूत ने कही. सोमवार को आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से बहादुरपुर- जैनामोड़ में बाबा नाम केवलम् कीर्तन का आयोजन किया गया. आचार्य देवप्रकाशानंद कीर्तन के बाद संबोधित कर रहे थे.
आचार्य ने कहा : आनंद मार्ग अध्यात्म आधारित विश्वव्यापी परिवर्तन के लिए संघर्षरत एक क्रांतिकारी वैचारिक आंदोलन का मंच है. धर्म के क्षेत्र में निरर्थक आडंबर की जगह इसमें मन को एकाग्र कर ईश्वर ध्यान में मन का अंतर्मुखी करने की विधि को मनुष्य के लिए सहज सुलभ बनाया गया है. कुसंस्कृति के स्थान पर अध्यात्म आधारित उन्नत समाज का निर्माण करना ही एकमात्र लक्ष्य है. कहा : हर किसी को अपनी जिम्मेदारी समझना होगा.
तीन दिवसीय प्रथम संभागीय सेमिनार चास में
चास स्थित आनंद मार्ग आश्रम में तीन दिवसीय प्रथम संभागीय सेमिनार तीन फरवरी से होगा. पांच फरवरी तक चलने वाले सेमिनार में झारखंड के अलावा ओड़िशा व बंगाल से आनंदमार्गी आयेंगे. रामचंद्र जी, आचार्य रमेंद्रानंद अवधूत, आचार्य अनिर्वाणानंद अवधूत, आचार्य प्रीतिशानंद अवधूत, आचार्य जयषिवानंद अवधूत, आचार्य हृदेश ब्रह्माचारी, आचार्य विश्रुतानंद अवधूत, भुक्ति प्रधान दिवाकर जी, श्याम सुंदर आदि मौजूद थे.