पत्नीहंता अधिवक्ता दोषी करार

बोकारो: स्थानीय अपर जिला व सत्र न्यायाधीश रवि शंकर उपाध्याय ने पत्नी की हत्या के एक मामले में सेक्टर 12 बी, आवास संख्या 3005 निवासी पति अशोक चौधरी (45 वर्ष) को दोषी करार दिया है. अशोक चौधरी स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता थे. सजा की बिंदु पर फैसला सुनाने की तिथि 13 फरवरी निर्धारित की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2017 9:09 AM
बोकारो: स्थानीय अपर जिला व सत्र न्यायाधीश रवि शंकर उपाध्याय ने पत्नी की हत्या के एक मामले में सेक्टर 12 बी, आवास संख्या 3005 निवासी पति अशोक चौधरी (45 वर्ष) को दोषी करार दिया है. अशोक चौधरी स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता थे. सजा की बिंदु पर फैसला सुनाने की तिथि 13 फरवरी निर्धारित की गयी है. न्यायालय में यह मामला सेशन ट्रायल संख्या 378/12 व बीएस सिटी (सेक्टर 12 ओपी) थाना कांड संख्या 330/12 के तहत चल रहा था. यह घटना 23 सितंबर 2012 की है. घटना की प्राथमिकी मृतका के भाई छत्तीसगढ़ के रायगढ़ निवासी कृष्णा यादव ने दर्ज करायी है.
आवास खाली कराने के लिए कर दी पत्नी की हत्या : अधिवक्ता अशोक चौधरी का विवाह मई 2005 में बॉबी यादव उर्फ बॉबी चौधरी के साथ हुआ था. दोनों सेक्टर 12 बी, आवास संख्या 3005 में रहते थे. घटना के समय बॉबी का पांच वर्षीय पुत्र भी आवास के बाहर मौजूद था. मृतका के भाई के अनुसार, जिस आवास में बॉबी अपने पति व बच्चे के साथ रह रही थी. वह आवास अशोक चौधरी के पिता (सेवानिवृत्त बीएसएल कर्मी) के नाम से आवंटित था. आवास खाली कराने के लिए सास व देवर द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था. बॉबी यादव अपने पुत्र की पढ़ाई को लेकर आवास खाली करना नहीं चाहती थी. इस कारण बॉबी के अधिवक्ता पति अशोक चौधरी से उसका बराबर लड़ाई होती थी. आवास खाली करने का दबाव डालकर अशोक चौधरी अपनी पत्नी की हत्या करने की धमकी देता था.
घटना के चार दिन पूर्व भाई को बुलाया था
घटना के चार दिन पूर्व बॉबी चौधरी ने अपने भाई को फोन कर बताया था कि घर खाली करने की बात पर लड़ाई-झगड़ा कर पति घर से बाहर चले गये हैं. पति घर खाली करने कह रहे हैं. बॉबी ने अपने भाई को फोन कर बोकारो बुलाया था. बहन के कहने पर कृष्णा यादव अपने भाई कृपा शंकर यादव के साथ कार से घटना के दिन बोकारो पहुंचा. इस दौरान बहन के आवास के सामने काफी संख्या में लोगों की भीड़ थी. स्थानीय लोगों ने कृष्णा यादव को बताया कि अशोक चौधरी ने अपनी पत्नी बॉबी यादव की चाकू से गला काट कर निर्मम हत्या कर दी गयी है. कृष्णा यादव जब घर के अंदर गया तो बेड रूम में पलंग के ऊपर अपनी बहन बॉबी यादव का शव पड़ा हुआ था. शव का आधा गरदन कटा हुआ था.
घटना के बाद थाना में किया आत्मसमर्पण
इस घटना को अंजाम देने के बाद अधिवक्ता अशोक चौधरी खून से सना चाकू लेकर सेक्टर 12 थाना में आत्मसमर्पण कर दिया था. घटना के बाद से ही अशोक चौधरी इस मामले में न्यायिक हिरासत में चास जेल में बंद है. मृतका का इकलौता पांच वर्षीय पुत्र घटना के बाद से अपने मामा के साथ रह रहा है.

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