इस्पात उद्योग को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनना होगा : बीरेंद्र
बोकारो. केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने लुधियाना में मंगलवार को इस्पात मंत्रालय की ओर से उत्तर भारतीय राज्यों के लिए ‘मेक इन इंडिया-मेक इन स्टील’ व ‘इस्पात खपत दुगना करने’ के विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन के दूसरे चरण का उद्घाटन किया. इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साय, इस्पात सचिव डॉ. अरुणा शर्मा, […]
बोकारो. केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने लुधियाना में मंगलवार को इस्पात मंत्रालय की ओर से उत्तर भारतीय राज्यों के लिए ‘मेक इन इंडिया-मेक इन स्टील’ व ‘इस्पात खपत दुगना करने’ के विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन के दूसरे चरण का उद्घाटन किया. इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साय, इस्पात सचिव डॉ. अरुणा शर्मा, इस्पात मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुनील बडथ्वाल, सेल अध्यक्ष पीके सिंह, एचएससीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एम भादुरी, भारतीय इस्पात संघ के महासचिव डॉ सनक मिश्रा व निजी इस्पात क्षेत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. मंत्री ने कहा कि उत्तरी क्षेत्र में 40 प्रतिशत इस्पात की खपत है.
लुधियाना सम्मेलन में इस्पात की मांग बढ़ाने को लेकर कई आइडिया सामने आयेंगे. घरेलू इस्पात उद्योग में अपार क्षमता है. इस्पात उद्योग में मांग बढ़ाने के लिए विविधिकरण व अभिनवता की जरूरत है. और अधिक प्रतिस्पर्धी बनने की जरूरत है. सेल अध्यक्ष ने कहा : भारत में मेक इन इंडिया-मेक इन स्टील पहल के परिणाम स्वरूप इस्पात की खपत बढ़ेगी.