महिला दिवस पर विशेष: बीएसएल के उत्पादन में महिलाओं का भी योगदान

बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिला कर काम कर रही हैं. प्लांट के उत्पादन व उत्पादकता में इनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका है. बात चाहे प्लांट के भीतर की हो या बाहर की. महिला कर्मी अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं. वैसे अन्य उद्योगों के मुकाबले इस्पात उद्योग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2017 8:44 AM
बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिला कर काम कर रही हैं. प्लांट के उत्पादन व उत्पादकता में इनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका है. बात चाहे प्लांट के भीतर की हो या बाहर की. महिला कर्मी अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं. वैसे अन्य उद्योगों के मुकाबले इस्पात उद्योग को महिलाओं के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है. इस्पात उद्योग में कठिन परिस्थिति होती है. यही कारण है कि अन्य उद्योगों की अपेक्षा इसमें महिलाओं की संख्या काफी कम होती है.
बीएसएल में हैं 809 महिला कर्मी व अधिकारी : बोकारो स्टील प्लांट में कर्मियों की संख्या लगभग 14 हजार है. इनमें 160 अधिकारी सहित महिला कर्मियों की संख्या 809 हैं. इनमें बीजीएच में कार्यरत डॉक्टर सहित प्लांट में इंजीनियर, इस्पात भवन की महिला अधिकारी शामिल हैं. प्लांट के भीतर काफी संख्यामें महिला अधिकारी व कर्मी कार्यरत हैं. प्लांट के भीतर व बाहर कई स्थानों पर महिलाएं ‘की-पोस्ट’ पर कार्यरत हैं.
श्रेष्ठ महिला कर्मी होंगी सम्मानित
बोकारो इस्पात प्रबंधन प्रतिवर्ष महिला दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर श्रेष्ठ कामकाजी महिलाओं को सम्मानित करता है. इस बार महिला दिवस के मौके पर बुधवार को एचआरडी सभागार में कार्यक्रम का आयोजन होगा. प्लांट के भीतर व बाहर बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जायेगा. यह कार्यक्रम महिलाओं के द्वारा महिलाओं के लिए ही प्रस्तुत किया जायेगा. मतलब, कार्यक्रम में बीएसएल में कार्यरत महिला अधिकारी व कर्मी हीं शामिल होंगी.

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