कैंप 02 में है प्रशासनिक केंद्र व न्याय का मंदिर
बोकारो : कैंप 02 का निर्माण बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण के समय ही हुआ था. संयंत्र के निर्माण के दौरान बाहर से आये इंजीनियर व अन्य तकनीकी विभाग के अधिकारी समेत पदाधिकारियों के रहने के लिए क्वार्टर बनाया गया. कैंप 02 बीएसएल क्षेत्र का सबसे पहला सेक्टर क्षेत्र है. 80 के दशक तक कैंप […]
बोकारो : कैंप 02 का निर्माण बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण के समय ही हुआ था. संयंत्र के निर्माण के दौरान बाहर से आये इंजीनियर व अन्य तकनीकी विभाग के अधिकारी समेत पदाधिकारियों के रहने के लिए क्वार्टर बनाया गया. कैंप 02 बीएसएल क्षेत्र का सबसे पहला सेक्टर क्षेत्र है.
80 के दशक तक कैंप 02 क्षेत्र ही शहर का केंद्र था.
सभी प्रमुख कार्यालय समेत सभी बैंक इसी क्षेत्र में थे. उस समय बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक जैसे सभी प्रमुख बैंक यहीं थे. सिटी सेंटर 04 के निर्माण के बाद बैंकों ने कैंप 02 से रिश्ता तोड़ा.
जिला बनने के बाद बदली किस्मत : कैंप टू क्षेत्र में 274 र्क्वाटर हैं. इनमें से 06 बी टाइप, 20 सी टाइप, 64 डी टाइप व 130 इ-एफ टाइप क्वार्टर हैं. क्वार्टर के हिसाब से यह दूसरा सबसे छोटा सेक्टर क्षेत्र है, लेकिन यह सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर मनाना जाता है. बोकारो के जिला बनने से सर्वाधिक फायदा इसी सेक्टर क्षेत्र को हुआ है. सिविल कोर्ट, डीसी ऑफिस, एसपी ऑफिस, डीटीओ कार्यालय, जिला उपभोक्ता फोरम समेत सभी प्रमुख कार्यालय का निर्माण इसी सेक्टर क्षेत्र में किया गया है. इसी कारण से कैंप टू को ‘ समस्त जिला ‘ के नाम से भी पुकारा जाता है.
गरगा की तराई, एनएच की हवाई : भौगोलिक दृष्टि से कैंप 02 अच्छे लोकेशन में अवस्थित है.कैंप के पूर्व में गरगा नदी है. लगभग पूरे कैंप के किनारे-किनारे गरगा नदी बहती है. कैंप के दक्षिण में नेशनल हाइवे है. कैंप टू के उत्तर क्षेत्र में गण्यमान्यों का सेक्टर 01 अवस्थित है. कैंप टू की भौगोलिक स्थिति ही इसकी कनेक्टिविटी का कारण है. सभी सरकारी कार्यालय यहां स्थापित करने के पीछे भी यही वजह बतायी जाती है. बोकारो सेक्टर क्षेत्र का यह बोर्डर स्वरूप है. इसके बाद चास नगर निगम क्षेत्र शुरू होता है. यहां लगभग 4000 की आबादी निवास करती है.