अक्षय तृतीया में सात करोड़ का गहना बिका
बोकारो : गहना को अचल संपत्ति का रूप माना जाता है. यह भविष्य को सुरक्षित करने का तरीका भी है. सरकार ने सोना की गहना (सोना) की उपयोगिता को समझ कर गोल्ड बांड भी जारी किया. बावजूद इसके भौतिक गहना ही लोगों की पसंद है. इसे बोकारो ने अक्षय तृतीया के मौके पर प्रमाणित कर […]
बोकारो : गहना को अचल संपत्ति का रूप माना जाता है. यह भविष्य को सुरक्षित करने का तरीका भी है. सरकार ने सोना की गहना (सोना) की उपयोगिता को समझ कर गोल्ड बांड भी जारी किया. बावजूद इसके भौतिक गहना ही लोगों की पसंद है. इसे बोकारो ने अक्षय तृतीया के मौके पर प्रमाणित कर दिया. शनिवार को अक्षय तृतीया के मौके पर लोगों ने जमकर गहना की खरीदारी की. सात करोड़ से ज्यादा का व्यवसाय हुआ.
पहले सुस्त, फिर मस्त : अक्षय तृतीया की शुरुआत बोकारो में सुस्त रफ्तार से हुई. दोपहर तक ग्राहकों की इक्का-दुक्का संख्या दुकानदारों को परेशान कर रहा था. इसे मौसम की मार कहें या कुछ और, लेकिन ग्राहक दुकान से नदारद थे. लेकिन, शाम होते-होते ग्राहक दुकान की ओर दौड़ गये. इसका असर व्यवसाय में भी दिखा. शाम 06 से 10 बजे तक 90 प्रतिशत से अधिक का व्यवसाय हुआ. ढलती शाम ने दुकानदारों का चेहरा खिला दिया.
पर्व को मिला लगन का साथ : खरीदारी में लगन के मौसम ने उत्प्रेरक का काम किया. जिनके घर में शादी-उत्सव का माहौल है, वैसे लोगों ने पर्व में ही खरीदारी करना उचित समझा. खास बात यह कि ऐसे खरीदारों की जरूरत पूर्ति के साथ-साथ ऑफर का लाभ मिला. ऐसे लोगों ने जेवर सेट ही खरीदा. दुकानदारों की माने तो सबसे ज्यादा बिक्री छोटे जेवरों की हुई. पर्व को लेकर बाजार ने भी तैयारी कर रखी थी. कहीं मेकिंग चार्ज में छूट दी गयी, तो कहीं डायमंड ज्वेलरी की कीमत में छूट मिला.
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