शराबबंदी से बिहार में अपराध व दुर्घटना में आयी है कमी : धूमल
बिहार के एकमा विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह (जदयू) ने शुक्रवार को बोकारो कोर्ट के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रुचि दयाल की अदालत में गवाही दी. मामला उनके ऊपर हुए एक हमले का है. बोकारो : कोर्ट में गवाही देने के बाद धूमल सिंह कोर्ट परिसर में ही पत्रकारों से बातचीत में कहा कि […]
बिहार के एकमा विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह (जदयू) ने शुक्रवार को बोकारो कोर्ट के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रुचि दयाल की अदालत में गवाही दी. मामला उनके ऊपर हुए एक हमले का है.
बोकारो : कोर्ट में गवाही देने के बाद धूमल सिंह कोर्ट परिसर में ही पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शराबबंदी बिहार के विकास के लिए मिल का पत्थर साबित हो रहा है. शराबबंदी के बाद बिहार में खुशहाली है. मजदूर, किसान, गरीब, अमीर, महिला व बच्चे सभी खुशहाल हैं. अपराध व सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आयी है. अब झारखंड व उत्तर प्रदेश के लोग भी सरकार से शराबबंदी की मांग कर रहे हैं. लेकिन राज्य सरकार मामूली राजस्व के लालच में जनता को शराब परोस रही है. यह जनता के भविष्य से खिलवाड़ है.
वर्ष 2005 में बोकारो कोर्ट परिसर में ही हुआ धूमल सिंह पर हमला
जिस मामले में विधायक धूमल सिंह शुक्रवार को कोर्ट में गवाही देने आये थे, वह वर्ष 2005 में बीएस सिटी थाना में उनकी शिकायत पर दर्ज हुआ था. उन्होंने दुर्गेश चौधरी व मौसम चटर्जी पर न्यायिक हिरासत में रहते हुए कोर्ट परिसर में उन पर हमला करने का आरोप लगाया था. कहा था कि वह किसी मामले में कोर्ट में हाजिर होने आये थे. इस दौरान न्यायिक हिरासत में कोर्ट हाजत लाये गये अभियुक्तों ने कोर्ट जाने के दौरान पुलिस कर्मियों की उपस्थिति में उन पर हमला कर दिया था. कोर्ट हाजत की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया था. मालूम हो कि इस मामले के एक अभियुक्त दुर्गेश चौधरी की मौत पूर्व में ही हो चुकी है.
पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा बिहार
श्री सिंह ने कहा कि बिहार सरकार पर्यटकों को राज्य की ओर आकर्षित करने में कामयाब हुई है. पूरे देश में विदेशी पर्यटकों के आने के मामले में बिहार आठवें पायदान पर है. बिहार सरकार ने वीआइपी कल्चर को समाप्त कर दिया है. वीआइपी कल्चर के प्रतीक लाल व नीला बत्ती लगाना मना है. मौके पर विधायक के वकील एलपी सिंह व उनके समर्थक मौजूद थे.