एक्ट का उल्लंघन करने वाले निजी अस्पताल व नर्सिंग होम होंगे बंद

बोकारो: सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू ने जिले के 148 निजी नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों की जांच के लिए तीन टीमें गठित की है. पहली टीम बोकारो स्टील सिटी, दूसरी टीम चास व तीसरी टीम बेरमो-फुसरो में चल रहे निजी अस्पतालों की जांच करेगी. प्रत्येक टीम में पुलिस अधिकारी, एसडीओ रैंक के अधिकारी, एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 9:30 AM
बोकारो: सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू ने जिले के 148 निजी नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों की जांच के लिए तीन टीमें गठित की है. पहली टीम बोकारो स्टील सिटी, दूसरी टीम चास व तीसरी टीम बेरमो-फुसरो में चल रहे निजी अस्पतालों की जांच करेगी. प्रत्येक टीम में पुलिस अधिकारी, एसडीओ रैंक के अधिकारी, एक मेडिकल ऑफिसर समेत पांच-पांच अधिकारी शामिल होंगे.

जांच रिपोर्ट के आधार पर स्थायी निबंधन पत्र (पांच साल के लिए) जारी किया जायेगा. सीएस ने कहा कि जांच अभियान जल्द शुरू कर दिया जायेगा. मालूम हो कि 15 दिन पूर्व डीसी राय महिमापत रे ने सीएस के साथ बैठक कर इस संबंध में निर्देश दिया था. बोकारो में लगातार निजी नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों की संख्या बढ़ रही है. नर्सिंग होम एक्ट को ताक पर रख कर कई संस्थान चलाये जा रहे हैं. इनका संचालन बिना डिग्री वाले कर रहे हैं. इससे मरीजों को परेशानी हो रही है और पैसे भी मनमाफिक वसूले जा रहे हैं. लगभग ढाई साल पूर्व राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम को औपबंधिक प्रमाण पत्र दिया था.

साथ ही शर्त रखी थी कि छह माह बाद सभी संस्थानों की जांच की जायेगी और इसमें खरा उतरने वाले संस्थान को स्थायी प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा. लेकिन, ढाई साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ना तो जांच हुई और ना ही किसी संस्थान को स्थायी निबंधन प्रमाण पत्र मिला. बोकारो के सेक्टर चार सिटी सेंटर और को-ऑपरेटिव कॉलोनी में निजी अस्पतालों की संख्या सबसे अधिक है. जांच हो तो दर्जनों संस्थान बंद हो जायेंगे. जो नर्सिंग होम एक्ट के तहत नहीं चल रहे हैं.

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