मजदूर विरोधी नीतियों के कारण खतरे में मजदूर : लखनलाल

बेरमो : कोयला मजदूरों की सात सूत्री मांगों को लेकर कोयला उद्योग में आहूत तीन दिवसीय हड़ताल की सफलता को लेकर यूसीडब्ल्यूयू कथारा एरिया कमेटी की बैठक बुधवार को जारंगडीह कार्यालय में हुई. अध्यक्षता सुरेश प्रसाद शर्मा ने की. बैठक में 25 मई को करगली ऑफिसर्स क्लब में यूनियन की बैठक में शामिल होने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 4:08 AM

बेरमो : कोयला मजदूरों की सात सूत्री मांगों को लेकर कोयला उद्योग में आहूत तीन दिवसीय हड़ताल की सफलता को लेकर यूसीडब्ल्यूयू कथारा एरिया कमेटी की बैठक बुधवार को जारंगडीह कार्यालय में हुई. अध्यक्षता सुरेश प्रसाद शर्मा ने की. बैठक में 25 मई को करगली ऑफिसर्स क्लब में यूनियन की बैठक में शामिल होने का निर्णय लिया गया.

मौके पर यूनियन के महामंत्री व जेबीसीसीआइ सदस्य लखनलाल ने कहा कि अगर समय रहते मजदूर एकजुटता नहीं दिखायी तो भाजपा सरकार कोल इंडिया का अस्तित्व खत्म कर देगी. सरकार की मजदूर विरोध नीतियों के कारण मजदूरों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार 272 खदानों को बंद कर उसे निजी ठेकेदार को सौंपने की चाल चल रही है. इससे में लगभग एक लाख नौ हजार मजदूरों को दिक्कत होगी. पीएफ व पेंशन में छेड़छाड़ बरदाश्त नहीं की जायेगी.

सात सूत्री मांगों में क्रमशः सीएमपीएफ का इपीएफ में मर्ज करना बंद हो, पेंशन यथावत हो, नौंवा वेतन समझौता में तय हुई सुविधाएं लागू हो, 10वां वेतन समझौता अविलंब हो, आउटसोर्सिंग काम बंद हो, संडे या ओटी नियमित हो, 272 खदानों को बंद करने की निर्णय वापस लिया जाये. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो छह दिन की हड़ताल होगी. उन्होंने मजदूरों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील की. 25 मई को करगली में होने वाली बैठक में एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार शिरकत करेंगे. मौके पर यूनियन के जोनल सचिव सीएस झा, सुरेश शर्मा, जवाहरलाल यादव, रामेश्वर गोप, नवीन विश्वकर्मा, रामविलास रजवार, संजय दत्ता, पूरन महतो, रामेश्वर साव, रामदास केवट, गुलाब चंद्र महतो, गुनानन महतो सहित कई मौजूद थे.

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