आश्वासन के बाद शव की अंत्येष्टि

जैनामोड़: श्रमिक लोबिन मांझी के परिजनों ने शुक्रवार को मुआवजा व सरकारी लाभ के लिए शव का अंतिम संस्कार करने से पहले तो मना कर दिया, लेकिन जनप्रतिनिधियों के आश्वासन व सहयोग के बाद शव की अंत्येष्टि कर दी. मालूम हो कि प्रखंड के चिलगड‍्डा पंचायत के कोचागौडा गांव में गुरुवार को अमृत महतो की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2017 9:50 AM
जैनामोड़: श्रमिक लोबिन मांझी के परिजनों ने शुक्रवार को मुआवजा व सरकारी लाभ के लिए शव का अंतिम संस्कार करने से पहले तो मना कर दिया, लेकिन जनप्रतिनिधियों के आश्वासन व सहयोग के बाद शव की अंत्येष्टि कर दी. मालूम हो कि प्रखंड के चिलगड‍्डा पंचायत के कोचागौडा गांव में गुरुवार को अमृत महतो की जमीन पर सिंचाई के लिए बन रहे मनरेगा कूप के धंसने से लोबिन मांझी की मौत हो गयी थी.

सूचना पर बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल, प्रमुख बाबूचंद सोरेन, बीस सूत्री अध्यक्ष संजय सिंह, सांसद प्रतिनिधि मुकुंद मुरारी, उपप्रमुख रमाकांत महतो, बीडीओ रिंकू कुमारी, सीओ राजेश कुमार मिश्र घटनास्थल पर पहुचे. मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली. हर संभव सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया. वही सीओ ने परिजनों को नकद पांच हजार, विधायक ने दो हजार व सांसद प्रतिनिधि ने एक हजार रुपये की आर्थिक मदद की. जरीडीह बीडीओ रिंकू कुमारी ने मनरेगा एक्ट के तहत 75 हजार रुपया का चेक दो दिनों के अंदर परिजनों को देने का बात कही.

बेसहारा हुई पत्नी और बेटी : मृतक अपने पीछे 32 वर्षीय पत्नी कुंती देवी और 9 वर्षीय इकलौती बेटी राजोबाला को छोड़ गया है. परिवार में एकमात्र कमाने वाले लोबिन की मौत के बाद उनके समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पत्नी कुंती ने सरकार से आजीवन पेंशन व रहने के लिए प्रधानमंत्री आवास की मांग की है.

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